आईएसआईएस आतंकियों ने चुराया 88 पौंड यूरेनियम
इराक की ओर संयुक्त राष्ट्र संघ को जानकारी दी गई है कि आईएसआईएस के आतंकियों ने देश में मौजूद न्यूक्लियर हथियार जब्त कर लिए हैं। आतंकियों ने इन हथियारों को उत्तरी इराक स्थित मोसुल यूनिवर्सिटी से जब्त किया है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ में इराक के राजदूत मोहम्मद अली अलहाकिम की ओर से संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून को आठ जुलाई को लिखी गई चिट्ठी में जानकारी दी गई है कि आतंकियों ने करीब 88 पौंड यानी 40 किलोग्राम यूरेनियम जिसे यूनिवर्सिटी में स्टोर करके रखा गया था, उसे आतंकियों ने जब्त कर लिया है।
न्यूज एजेंसी रायटर्स के हाथ यह चिट्ठी लगी है और इसमें साफ लिखा है कि इन हथियारों के जब्त होने की वजह से इराक और दुनिया के दूसरे देशों पर जो खतरा आने वाला है उसे दूर करने के लिए अतंराष्ट्रीय समुदाय आगे आए।
चिट्ठी में यह चेतावनी भी दी गई है कि इन हथियारों को इराक से बाहर भी स्मगल किया जा सकता है।
अलहाकिम की ओर से जो चिट्ठी लिखी गई है उसमें लिखा है, 'आतंकियों के समूह ने इन न्यूक्लियर पदार्थों का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। इन पदार्थों का प्रयोग वह पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाले हथियारों का निर्माण करने में कर सकते हैं।'
अमेरिकी सरकार से जुड़े सूत्र की ओर से जानकारी दी गई है कि जो भी पदार्थ जब्त किए गए हैं, फिलहाल ऐसा नजर नहीं आता कि वह यूरेनियम से लैस हैं। ऐसे में आतंकियों के लिए किसी भी तरह का न्यूक्लियर हथियार बना पाना काफी मुश्किल है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ की में वर्ष 1990 में इंस्पेक्टर रहे बॉब केली की मानें तो अगर यह बात सच है कि आतंकियों के हाथ यूरेनियम लगा है तो यह वाकई काफी गंभीर मसला है।