टूट गई मिथ्या, मुसलमानों, ईसाईयों ने दिये नरेंद्र मोदी को वोट
नई दिल्ली। 10 साल से जमी हुई यूपीए सरकार को उखाड़ फेंकने में नरेंद्र मोदी की मदद सिर्फ हिन्दू वोटरों ने नहीं की है, बल्कि मुसलमानों और ईसाईयों ने भी जमकर नमो के प्रत्याशियों को वोट दिये हैं। जी हां मुस्लिम बहुल्य सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों का वोट प्रतिशत बहुत ज्यादा देखने को मिला।
अगर मुस्लिम बहुल्य सीटों की बात करें तो उत्तर प्रदेश से सहारनपुर, आजमगढ़, मऊ, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, मेरठ, बिहार में किशनगंज, कटीहर, अररिया, पूर्णियां, दरभंगा, सीतामढ़ी हैं। इन में से अधिकांश सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।
इससे यह साफ है कि देश के मुसलमान भी अब देश में परिवर्तन चाहते हैं और उन पार्टियों को अब वो नहीं चाहते हैं, जो धर्म और जाति की राजनीति करते हैं। आगे की खबर तस्वीरों के साथ।
मुसलमानों के वोट
मुस्लिम बहुल्य इलाकों में भाजपा की लहर चल रही है। 79 प्रतिशत वोट भाजपा के खाते में गिरते दिखाई दे रहे हैं।
नमोमय हुए मुसलमान
वाराणसी में भी तमाम मुसलमानों ने जमकर नरेंद्र मोदी का प्रचार प्रसार किया और उनके समर्थन में वोट दिये।
कांग्रेस का सफाया
मुसलमानों के वोट अगर भाजपा के खाते में गिरने लगे हैं, तो कांग्रेस का अस्तित्व भी खतरे में आ गया है।
मुलायम का टेंशन
मुसलमानों ने अगर भाजपा को वोट किया है, तो यूपी में सबसे बड़ा टेंशन मुलायम सिंह यादव के लिये है।
मुसलमानों को बहकाया
तमाम नेताओं ने इस चुनाव में देश भर के मुसलमानों को बहकाने का काम किया है, सबसे ऊपर नाम मुलायम सिंह यादव का आता है।