बिक्रम सिंह ने कारगिल शहीदाें को दी श्रद्धांजलि, कहा बाज तो अब भी नहीं आया पाक
इस मौके पर बिक्रम सिंह ने कहा, "मैं 31 जुलाई को रिटायर्ड हो रहा हूं। रिटायरमेंट से पहले इस वॉर मेमोरियल में आकर वीर सपूतों को श्रद्धांजलि मेरे लिये बड़े सौभाग्य का विषय है। कारगिल की जंग के बाद से भारतीय सेना की बात करें तो काफी हद तक परिवर्तन आये हैं। कुछ कमियां जरूर हैं, लेकिन फिर भी हम विषम परिस्थितियों में भी हर चुनौती के लिये तैयार हैं।"
बिक्रम सिंह ने कहा कारगिल की जंग में करारी मात खाने के बाद भी पाकिस्स्तान अभी बाज नहीं आया है। आये दिन घुसपैठिये हमारी सरहदों में प्रवेश करने की फिराक में रहते हैं और पाकिस्तानी सेना युद्ध विराम तोड़कर फायरिंग करती रहती है। लेकिन हमें सेना के जवानों पर गर्व है, जो रात-दिन सरहदों पर चौकस रहते हैं और दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देते हैं।
बिक्रम सिंह आज दिन भर कारगिल में रहेंगे और फिर कल इंडिया गेट पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। हम आपको बता दें कि 26 जुलाई यानी कल द्रास वॉर मेमोरियल में भव्य आयोजन होंगे, जिसका न्यूज कवरेज हम आपके लिये लेकर आयेंगे।
कारगिल पहुंचा वनइंडिया
हम आपको बताना चाहेंगे कि हमारी संवाददाता ऋचा बाजपेयी इस वक्त एलओसी पर है और आपके लिये कारगिल युद्ध से जुड़ी ऐसी खबरें भेज रही हैं, जो शायद आपने पहले नहीं पढ़ी होंगी। कुछ चुनिंदा खबरें इस प्रकार हैं-
- कारगिल युद्ध: एक रात में बनी थी 'दि ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया'
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कारगिल
युद्ध
के
दौरान
अंडरग्राउंड
बंकर
में
रहते
थे
पाकिस्तानी
सैनिक
- कारगिल जंग: द्रास, बटालिक की ऊंची पहाड़यिां बनी थीं दुश्मन का हथियार
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कारगिल
युद्ध
के
बाद
और
शक्तिशाली
हुआ
भारत
- कारगिल बैटल स्कूल जैसी ट्रेनिंग तो अमेरिकी जवानों को भी नहीं मिलती
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कारगिल
युद्ध:
वो
रास्ता
जहां
से
भारत
में
घुसे
थे
पाकिस्तानी
सैनिक
- इस वॉर म्यूजियम में आज भी जिंदा है कारगिल जंग
- क्या सोचते हैं वो जो कारगिल युद्ध के दौरान बच्चे थे?
- मिलिये ताशी नामबियाल से, जिनके याक ने बचाया कारगिल को