चुनाव का नौवां चरण बोले तो करोड़पति और क्रिमिनल्स का कॉकटेल
लखनऊ। लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव में जहां एक ओर सत्ता की कहानी है, वहीं कुछ निजी किस्से भी चुनव पर दाग लगा रहे हैं। नेताओं की नजर में ये दाग भले ही 'अच्छे' हों, पर देश की भलाई को लेकर एक बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह है। नौवें चरण की रणभेरी बजने वाली है और अपनी किस्मत को ईवीएम की बटन में कैद कर नेता कुर्सी की चाह में हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि पर बात करें, तो कुल 601 उम्मीदवारों में 119 नेताओं पर दाग हैं।
इन अपराधों में कुछ संगीन हैं तो कुछ कम गंभीर, पर अपराध तो अपराध ही होते हैं। इन आंकड़ों में यूपी, बिहार और बंगाल पर बात करें तो बिहार अव्वल है। यूपी दूसरे नंबर पर है व उसके बाद पश्िचम बंगाल का नंबर है। कुल मिलाकर 20 प्रतिशत उम्मीदवारों पर 'दाग' हैं।
पार्टियों की चर्चा करें तो सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार सीपीआई (एम) पहले नंबर पर है व उसके बाद सपा, जदयू व बीजेपी का नाम है। गौरतलब है कि गंभीर आपराधिक मुकदमों में फंसे नेता भी जमकर चुनावी प्रसाद पाने के चक्कर में हैं। घमाइए स्लाइडर का पहिया और जानें कि आपके प्रतिनिधि कितने पाक-साफ़ हैं -
कुल 601 उम्मीदवारों में 92 पर गंभीर अपराध जैसे हत्या, लूट, अपहरण, महिला उत्पीड़न जैसे आरोप शामिल हैं। गौरतलब है कि 11 उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिन पर हत्या का 'दाग' लगा है। अगर पार्टियों का मूल्यांकन करें तो कांग्रेस के 37 में से 12, बीजेपी के 39 में से 14 आम आदमी पार्टी के 25 में से चार व बीएसपी के 40 में 12 व 153 निर्दलीय में 17 ने अपने हलफनामे में खुद को अपराध के मुकदमों से जुड़ा हुआ बताया है।
चौंका देने वाली जानकारी के लिए घुमाइए स्लाइडर का पहिया और देखिए इस चरण में कैसे हो रहा है करोड़पतियों और क्रिमिनल्स का कॉकटेल -
अपराधियों का बोलबाला
लोकसभा चुनाव में एक भी चरण ऐसा नहीं गया जिसमें आपराधिक छवि वालें नेताओं को पार्टियों ने टिकट नहीं दिया हो। यानी अगले पांच साल तक पॉलिटिक्स् का क्रिमिनलाइजेशन खत्म नहीं होने वाला।
पार्टी वार आंकड़े
गंभीर अपराध में लिप्त पार्टियों के प्रत्याशियों का आंकड़ा भी चौंकाता है। इस चरण में वामपंथी दल ने सबसे ज्यादा दागी प्रत्याशी खड़े किये हैं।
राज्यों में सबसे आगे बिहार
नीतीश के विकास के तमाम दावों के बावजूद अपराध से बिहार अछूता नहीं है।
अलग-अलग दलों के धनकुबेर
सामने ग्राफ मेें आप देख सकते हैं कि बिहार के लालू यादव की पार्टी में सबसे ज्यादा करोड़पति हैं। इस पार्टी में हर एक प्रत्याशी करोड़पति है।
करोड़पति बिहार
कहते हैं बिहार गरीब राज्य है, लेकिन यहां के प्रत्याशियों को देखें सबसे ज्यादा करोड़पति प्रत्याशी यहीं से हैं।
धनकुबेरों का बिहार
बिहारी धनकुबेरों में सबसे बड़ा नाम है शामली दास का। 2000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के साथ वह इस चरण की सबसे रईस प्रत्याशी हैं। दूसरे नंबर पर हैं फिल्म निदेर्शक प्रकाश झा, जिनकी संपत्ति है 92 करोड़