'फिर फिसली शाह की जुबान, कहा बात-बात पर मम्मी से पूछते हैं राहुल'
बनारस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि पहले दो चरणों के मतदान में उन्हें बीस में से अठारह सीटों पर जीत मिलेगी। उन्होंने कहा कि यूपी में सपा सरकार से जनता पूरी तरह से त्रस्त है, वहीं बसपा से भी लोग अब नाराज हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों ही पार्टियों ने केंद्र में कांग्रेस की सरकार को बने रहने में मदद की है, लिहाजा लोगों में असंतोष है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में मोदी की लहर है। शाह ने इस आरोप का भी खंडन किया कि भाजपा ने जाति के आधार पर प्रत्याशियों को टिकट बांटे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा यूपी में सबसे ज्यादा सीट पाने वाली पार्टी बनेगी। हालांकि वह मोदी के नामांकन के दौरान होने वाले प्रस्तावकों के नाम पर जवाब टाल गए। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा कि यह पार्टी का काम है और वही तय भी करेगी।
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राजनाथ और मुस्लिम धर्मगुरुओं की मुलाकात पर उन्होंने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। नेताओं के बीच हो रही बदजुबानी पर उनका कहना था कि लोगों को केवल तथ्यों को देखना चाहिए तभी वोट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की खराब आर्थिक हालत और विकास में पिछड़ने के लिए केवल कांग्रेस और राहुल-सोनिया ही जिम्मेदार हैं।
उन्होंने चुनाव बाद भाजपा की सीटों के लिए आंकड़ा देने से तो मना कर दिया लेकिन यह जरूर कहा कि इस बार भाजपा रिकार्ड सीटों से जीतेगी। इसी क्रम में शाह ने आयोग को फिर से ऐसा बयान देकर अप्रत्यक्ष चुनौती दी है।