शोभन सरकार की चुनौती से डरे मोदी, ट्वीट कर कहा साधु की तपस्या को प्रणाम
गुजरात के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की ओर से 2014 में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने उन्नाव के डौंडिया खेडा किले में 1000 टन सोने की बात पर सरकार का मजाक उड़ाते हुए कहा कि सरकार सपने के पीछे भाग रही है। मोदी ने पहले बाबा शोभन सरकार के सपने का मजाक उड़ाया था। चेन्नई में एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा था कि सपने के आधार पर खजाने की खुदाई से दुनिया में भारत का नाम खराब हो रहा है। इससे लोग भारत का मजाक उड़ा रहे हैं। सरकार ने किसी के कहने पर सोना खोदने के लिए पूरी टीम भेज दी। सच तो यह है कि देश के लुटेरों ने स्विस बैंक में इतना धन छिपा रखा है जिसकी कीमत 1000 टन सोने से भी ज्यादा है। सरकार को उसे पाने के लिए सोचना चाहिए।
मोदी के इस बयान के बाद शोभन सरकार ने मोदी को एक खुली चिट्ठी लिखकर उन्हें खुली बहस की चुनौती दी है। 4 दिन की चुप्पी के बाद संत शोभन सरकार ने मोदी पर करारा हमला करते हुए चिट्ठी लिखकर बिना तथ्यों के बयान देने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने मोदी को इस मुद्दे पर शास्त्रार्थ की चुनौती दे दी है। अपनी चिट्ठी में शोभन सरकार ने डौंडिया खेड़ा में खुदाई की पीछे की दलील दी है। उन्होंने लिखा है कि यह सिर्फ सपना नहीं है ब्लकि इसके कई ऐतिहासिक प्रमाण हैं। उन्हीं को ध्यान में रखकर इस खजाने की खुदाई हो रही है।
शोभन सरकार की नाराजगी के बाद मोदी ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्वीटर पर उ नपर किए अपने बयानबाजी के लिए माफी मांगते हुए लिखा है कि मैं शोभन सरकार को प्रणाम करता हूं। शोभ न सरकार में लाखों लोगों की श्रद्धा है। लोग उन्हें पूजते है। मैं उनके त्याग और उनकी तपस्या को प्रणाम करता हूं। मोदी जानते है कि यूपी समेत देश के कई हिस्सों में शोभन सरकार को मानने वाले लाखों लोग है। ऐसे में चुनाव से पहले उनकी निंदा कर भाजपा के वोट बैंक को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते। ऐसे में मोदी ने विवाद को खत्म करने के लिए माफी मांगना ही बेहतर समझा।