पति संग सीएम अखिलेश से मिलीं दुर्गा शक्ति नागपाल, निलंबन वापस
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने निलंबित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को रविवार को सेवा में बहाल कर दिया। राज्य सरकार की तरफ से देर शाम एक बयान जारी कर इसकी आधिकारिक जानकारी दी गई। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि 2010 बैच की आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन समाप्त कर उन्हें सेवा में बहाल कर दिया गया है।
दुर्गा ने अपने पति एवं आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह के साथ शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद ऐसा माना जा रहा था कि राज्य सरकार द्वारा जल्द दुर्गा का निलंबन वापस लिया जा सकता है। नोएडा की उपजिलाधिकारी (सदर) रहीं दुर्गा शक्ति नागपाल को गौतम बुद्ध नगर जिले के कदाल गांव में एक निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार गिराने के कारण विगत 27 जुलाई को राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया था।
निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार सार्वजनिक भूमि पर बनाई जा रही थी जिस वजह से इसे गिराने के आदेश दिए गए थे। कई हलकों में हालांकि यह चर्चा भी रही कि दुर्गा का निलंबन रेत खनन माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई की वजह से हुआ। सरकार की तरफ से निलंबन के पीछे तर्क दिया गया था कि दुर्गा ने नोएडा में निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार गिरवाई थी जिसके चलते वहां पर सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका फैल गई थी।
इस मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के नोएडा से लोकसभा उम्मीदवार नरेंद्र सिंह भाटी द्वारा एक जनसभा में यह कहा गया था कि उन्होंने 40 मिनट के अंदर नागपाल का निलंबन कराया। उनके इस बयान का वीडियो सामने आने के बाद राज्य सरकार की फजीहत हुई थी। दुर्गा के निलंबन की व्यापक निंदा हुई थी लेकिन सरकार ने अपने कदम को जायज ठहराते हुए 4 अगस्त को उन्हें आरोपपत्र थमा दिया था।