हैंपडेन पार्क स्टेडियम में हुए पुरुष वर्ग के फाइनल मुकाबले में विकास गौड़ा ने तीसरे प्रयास में अपनी सर्वश्रेष्ठ दूरी हासिल की, गौड़ा ने 63.64 मीटर के साथ स्वर्ण पर कब्जा जमाया।
विकास गौड़ा ने जीता ऐथलेटिक्स में पहला गोल्ड
विकास ने पहले प्रयास में 60.63 मीटर, दूसरे प्रयास में 62.09 मीटर, तीसरे प्रयास में 63.64 मीटर दूर चक्का फेंका। विकास चौथे और छठे प्रयास में असफल रहे, जबकि पांचवीं कोशिश में उन्होंने 62.17 मीटर दूरी हासिल की।
CWG 2014: मंगल ही मंगल, कुश्ती में भारत को तीन गोल्ड
गौड़ा के गोल्ड मेडल के साथ ही भारत 13 स्वर्ण पदक हासिल कर पदक तालिका में एक स्थान ऊपर पांचवें पायदान पर पहुंच गया। मालूम हो कि विकास गौड़ा वर्ष 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीत चुके हैं तो उसी साल के एशियाई खेलों में उन्हें कांस्य पदक मिला था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में दर्शकों के सामने गोल्ड जीतना मेरे लिए सबसे यादगार क्षणों में से एक
जीते के बाद विकास ने कहा कि यह मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है, कॉमनवेल्थ गेम्स में दर्शकों के सामने गोल्ड जीतना मेरे लिए सबसे यादगार क्षणों में से एक है। विकास की जीत पर पूरा भारत खुश है।
उनके ट्विटर और फेसबुक अंकाउट पर बधाईयों का तांता लगा है। देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी उन्हें जीत की बधाई देते हुए ट्विटर पर लिखा है कि वो देश के गौरव हैं।
धन की कमी के कारण कई बार खेल में रूकावट आई
साल 2010 में पीटीआई को दिए अपने साक्षात्कार में विकास गौड़ा ने बताया था कि धन की कमी के कारण कई बार खेल में रूकावट आई लेकिन इससे उनका उत्साह कम नहीं हुआ। इसके अलावा उन्हें जो भी फन्ड मिल रहा है उससे उनके मात्र 20 प्रतिशत खर्च ही पूरे हो पा रहे हैं। विकास के कोच उनके पिता शिव गौड़ा ही हैं।