खबर है कि जुलाई में धोनी के घर में बच्चे की किलकारी सुनायी दे सकती है। हालांकि इस बारे में धोनी और उनके घरवालों की ओऱ से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन पिछले दिनों साक्षी रावत का बढ़ा वजन और अपने पति धोनी के साथ क्रिकेट टूर पर उनका फास्टफूड ना खाना इस ओर इशारा करता है कि वो उम्मीद से है।
मां बनने की बात .. यह हमारा निजी फैसला है
साक्षी के फ्लाइंग किस देते हैं धोनी को एनर्जी
हालांकि करीब डेढ़ साल पहले भी साक्षी को लेकर इस तरह की खबरें आयी थीं लेकिन वह सब झूठी साबित हुई थी। जिस पर साक्षी रावत काफी गुस्सा भी हुई थीं।
बकायदा साक्षी ने ट्विटर पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा था कि मेरी मां बनने की बात .. यह हमारा निजी फैसला है जिसे हम बहुत शिद्दत से लोगों को बतायेंगे लेकिन फिलहाल दो साल तक हम इस बारे में सोच भी नहीं रहे हैं इसलिए मैं मीडिया से कहना चाहूंगी कि कृपा करके मेरे मां बनने की झूठी बात को अपनी हेडलाइन ना बनायें।
फिर से 'साक्षी' बना 'विनोद' का पर्याय
वैसे भी मिसेज धोनी को काफी गर्ममिजाजी के लिए भी जाना जाता है। उन्हें इस बात पर भी काफी गुस्सा आता है कि जब लोग उन्हें और धोनी को बचपन का साथी बुलाते हैं। इस बात पर भी एतराज जताते हुए साक्षी ने ट्विटर पर ही कहा था कि वो और माही यानी कप्तान धोनी कभी भी बचपन के साथी नहीं रहे हैं।
इसलिए कुछ लोग जब उन दोनों को बचपन की मोहब्बत कहकर बुलाते हैं तो उन्हें हैरानी के साथ-साथ हंसी भी आती है। साक्षी ने लिखा था कि मैं कभी भी बचपन में धोनी से नहीं मिली थी और ना ही मैं कभी बचपन में रांची में रही हूं और ना ही मैंने कभी भी यहां के स्कूल में पढ़ाई की है। यहां तक की मैं आप सब को बता दूं कि मैं रांची धोनी से शादी के बाद आयी हूं।
गौरतलब है कि साल 2010 जुलाई में ही धोनी और साक्षी ने सात फेरे लिए थे। शादी के ही बाद से लोगों को दोनों के बच्चे का बेसब्री से इंतजार है। देखते हैं कि इस बार लोगों का इंतजार पूरा होता है या नहीं या हर बार की तरह इस बार भी खबर झूठी निकलती है।