यह ध्यान देने योग्य है कि भारत ने पहला टी20 विश्वकप पाकिस्तान को ही हराकर पांच रनों से जीता था, जिसकी यादें आज भी क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आंकड़े भले ही भारत के पक्ष में हों लेकिन क्रिकेट में अनिश्चितताओं को नहीं नकारना चाहिए क्योंकि हर मैच नया मैच होता है।
टीम इंडिया जहां इस मैच में जीत हासिल कर पिछले कई दौरों से चले आ रहे हार के सिलसिले को तोड़ना चाहेगी, वहीं पाक टीम पहली बार विश्वकप में भारत को हराकर खिताब के लिए अपनी दावेदारी को फिर से पुख्ता करना चाहेगी। पाक टीम में कप्तान मोहम्मद हफीज, शाहिद अफरीदी, उमर अकमल, शर्जील खान, शोएब मलिक जैसे टी20 के विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं, वहीं गेंदबाजी को मजबूती देने के लिए उमर गुल, सोहेल तनवीर, मोहम्मद तल्हा, सईद अजमल, अहमद शहजाद और जुल्फिकार बाबर जैसे खिलाड़ी हैं।
वहीं टीम इंडिया में महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह के टीम में वापसी करने से बल्लेबाजी को मजबूती मिली है, जबकि मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, वरून आरोन, आर. आश्विन, अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा टीम की गेंदबाजी को मजबूत करेंगे। टीम के लिए यह अच्छा संकेत है कि अभ्यास मैंचों में सुरेश रैना और विराट कोहली अच्छी लय में दिखे हैं। टीम इंडिया के कप्तान धोनी का कहना है कि भारत पाक मुकाबले में अब पहले जैसा तनाव नजर नहीं आएगा। इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन प्रतिस्पर्द्धा का महौल बना हुआ है, जो कि सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस मुकाबले के बारे में पाक कप्तान हफीज का कहना है कि हमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच में मिली हार से अपनी कमियों को जानने का मौका मिला है, जिससे कि हमें बड़े मुकाबले के लिए फिर से तैयार होने का मौका मिला है।