जैसे ही बोले जावेद साहब कि संसद कोई ट्राफी नहीं सचिन, लोग उबल पड़े
लेकिन इस बवाल में एक नया ट्विस्ट पैदा हो गया जब महान गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने कहा कि संसद की सदस्यता कोई ट्रॉफी नहीं है, जो सचिन उसके साथ इस तरह से पेश आ रहे हैं। सचिन को नियमित रूप से संसद आना चाहिए।
तो सचिन तेंदुलकर के लिए विंबलडन, कॉमनवेल्थ गेम्स के आगे संसद का कोई महत्व नहीं
जिसके बाद तो जैसे ट्विटर पर जावेद अख्तर की बात पर आंधी आ गई है। सचिन पर दिेया यह बयान लोगों को पच नहीं रहा है। लोगों ने जावेद अख्तर के लिए ही लिखा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिस शख्स ने अपना वोट नहीं डाला हो, वो ऐसी बात न करे।
MP Sachin Tendulkar fails to attend even a single Parliament session this year, criticised http://t.co/ky4szmhnuo via @ibnlive
— Rohit KV (@RohitBJP) August 6, 2014
मालूम हो कि सचिन और रेखा को 2012 में कांग्रेस की ओर से राज्यसभा की सदस्यता प्रदान की गई थी, लेकिन सचिन केवल तीन दिन और रेखा केवल सात दिन संसद पहुंची हैं। नियमानुसार अगर दोनों सदस्य 60 दिन से गैरहाजिर हैं तो उनकी सदस्यता रद्द की जा सकती है।
इसलिए आज संसद में सीपीआई सदस्य पी. राजीव ने राज्यसभा में सवाल उठाया कि दोनों सदस्य लंबे समय से गैरहाजिर क्यों हैं? जिस पर जावेद अख्तर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।