इसके साथ ही भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गई। नॉटिंघम में हुआ पहला मैच ड्रॉ रहा था। आज से 28 साल पहले कपिल देव की कप्तानी में भारत मे लार्डस में टेस्ट मैच जीता था।
28 साल बाद लॉर्डस में टेस्ट मैच जीता भारत, ईशांत बने मैन ऑफ द मैच
इस मैच के हीरो रहे ईशांत शर्मा जिन्होंने 7 विकेट लिए और इस कारण उन्हें मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया। गौरतलब है कि मैच के पांचवें दिन इंग्लैंड को जीत के लिए जहां 214 रनों की जरूरत थी, वहीं भारत को जीत के लिए छह विकेट चाहिए थे। मैच के पांचवें दिन भारत को जीत के लिए वांछित छह विकेटों में से ईशांत ने अकेले पांच विकेट चटकाए, जबकि जेम्स एंडरसन को अपनी ही गेंद पर रन आउट कर रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड की पारी 88.2 ओवरों में कुल 223 रनों पर समेट दी।
भारत को जीत के लिए वांछित छह विकेटों में से ईशांत ने अकेले पांच विकेट चटकाए
भारत ने इंग्लैंड को चौथी पारी में जीत के लिए रिकॉर्ड 319 रनों का लक्ष्य दिया था। भारत ने पहली पारी में 295 रन और दूसरी पारी में 342 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड पहली पारी में 319 बनाए थे। भारत के लिए पहली पारी में अजिंक्य रहाणे (103) ने शतकीय योगदान दिया, जबकि भुवनेश्वर ने 36 रनो की अहम पारी खेली। भुवनेश्वर ने दूसरी पारी में भी 52 रनों की बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली, जो सीरीज में उनका तीसरा अर्धशतक है। 71 गेंदों पर आठ चौका लगाने वाले कुमार ने नॉटिंघम टेस्ट की दोनों पारियों में 58 और नाबाद 63 रनों की पारी खेली थी।
क्रिकेट पिच पर भुवनेश्वर से और होटल में भूतों से परेशान अंग्रेज
दूसरी पारी में भारत की ओर से मुरली विजय ने सबसे अधिक 95 रनों का योगदान दिया। इसके अलावा रवींद्र जडेजा ने 68 रन बनाए। जडेजा और कुमार ने आठवें विकेट के लिए अहम 99 रन जोड़े। इंग्लैंड की पहली पारी में गैरी बैलेंस (110) और लिएम प्लंकेट (नाबाद 55) ने अहम योगदान दिया था।
यह विदेशी घरती पर भारत की 1124 दिनों और 15 मैचों के बाद पहली जीत है
गौरतलब है कि क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में यह पहला मौका है जब भारत के किसी गेंदबाज ने पारी में सात विकेट हासिल किए हैं। इससे पहले अमर सिंह, बिशन सिंह बेदी और भुवनेश्वर ने पारी में छह-छह विकेट हासिल किए थे।
ईशांत ने अब तक के करियर की श्रेष्ठ गेंदबाजी की है। इससे पहले उनका श्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन 51 रनों पर छह विकेट था। ईशांत ने करियर में एक बार मैच में 10 विकेट और छह बार पारी में पांच विकेट हासिल किए हैं।यह विदेशी घरती पर भारत की 1124 दिनों और 15 मैचों के बाद पहली जीत है। साथ ही इंग्लैंड में यह भारत की आठ मैचों के बाद पहली जीत है।
Did You Know: लॉर्ड्स में 30 साल पहले सिर्फ वेस्टइंडीज टीम 300 या उससे अधिक रनों का लक्ष्य हासिल कर सकी है।