लंदन। मेजबान इंग्लैंड के हाथों टेस्ट सीरीज गंवाने वाली टीम इंडिया आज से पांच दिवसीय वन डे सीरीज के लिए तैयार खड़ी है। लेकिन आज से शुरू होने जा रहे वन डे सीरीज के लिए भी धोनी की सेना को अंग्रेजों से डटकर मुकाबला करना होगा। दिग्गजों की निशाने पर इस समय टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी हैं इसलिए अगर कैप्टन कूल को सभी आलोचकों के मुंह बंद करने हैं तो उन्हें जीत के साथ ही आगाज करना होगा।
लेकिन टीम इंडिया के जो मौजूदा हालात है उसे देखकर तो लग नहीं रहा कि भारत के प्रदर्शन में कोई परिवर्तन आयेगा। वैसे क्रिकेट अगर-मगर का खेल नहीं है और इस में जीत उसी की होती है जो स्थिरता का परिचय देता है और वो स्थिरता ही टीम इंडिया से इस समय गायब दिख रही है ऐसे में एकदिवसीय श्रृंखला धोनी ब्रिगेड के लिए आसान नहीं होगी।
एकदिवसीय श्रृंखला धोनी ब्रिगेड के लिए आसान नहीं होगी
वैसे आपको बता दें कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने नवंबर, 2013 में आखिरी बार कोई एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सीरीज जीती थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ उस सीरीज के बाद भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखलाएं गंवाईं है।
भारत एशिया से बाहर पिछले सात एकदिवसीय मैच हारने के बाद इंग्लैंड का सामना करने जा रही है
सच तो यह है कि भारत एशिया से बाहर पिछले सात एकदिवसीय मैच हारने के बाद इंग्लैंड का सामना करने जा रही है। पिछली असफलताओं में भारतीय गेंदबाजों से कहीं ज्यादा बल्लेबाजों का प्रदर्शन चिंता का विषय रही, जिससे भारतीय टीम अभी भी उबर नहीं पाई है।
इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए राहत की बात सिर्फ यही है कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड चोट के कारण सीरीज में हिस्सा नहीं ले रहे हैं, लेकिन जेम्स एंडरसन जैसा बेहतरीन गेंदबाज उनके पास जरूर है।
जब विराट कोहली कंडोम खरीदेंगे तो टीम इंडिया कैसे जीतेगी?
तो वहीं भारतीय टीम की बात करें तो विराट कोहली पर सबकी निगाहें रहेंगी। टेस्ट सीरीज में बेहद खराब दौर से गुजरने के बाद काउंटी क्लब मिडिलसेक्स के खिलाफ अभ्यास मैच में 71 रनों की पारी खेलकर उन्होंने फॉर्म में लौटने का संकेत तो दे दिया है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय गेंदबाजी आक्रमण के आगे उन पर अभी खुद को साबित करने का दबाव है।
भारत के लिए एक और संतोष की बात यह भी है कि इंग्लैंड भी पिछले कुछ एकदिवसीय श्रृंखलाओं में बेहतर नहीं कर सकी है। लेकिन टेस्ट सीरीज में मिली जीत ने उनका मनोबल जरूर ऊंचा कर दिया होगा। वैसे टीम इंडिया और कप्तान धोनी के बारे में कहा जाता है कि जब उन पर प्रेशर होता होता है तो वो बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं देखते हैं कि इस बार उनका प्रेशर गेम भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के चेहरे पर मुस्कान लाता है या फिर से गुस्से का सबब बनता है।