वर्ष 2011 के वर्ल्ड कप के हीरो युवराज सिंह रविवार के फाइनल के बाद लोगों की नजरों में विलेन साबित हो गए। उनकी आलोचनाएं इस कदर परवान चढ़ीं कि खुद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को आगे आकर उनका बचाव करना पड़ा।
सचिन ने कहा कि युवराज सिंह ने जिस तरह का खेल दिखाया है, उससे उनकी आलोचना जरूर होनी चाहिए लेकिन उसके लिए उन्हें सूली पर नहीं चढ़ा दिया जाना चाहिए। 21 गेंदो पर सिर्फ 11 रन बनाकर लोगों
की आलोचना का शिकार होने वाले युवी के लिए सचिन ने कहा है कि वह हमेशा से ही युवी की प्रतिभा और उनके खेल के कायल रहे हैं। युवी न सिर्फ मैदान पर बल्कि मैदान के बाहर भी काफी अच्छे इंसान हैं। सचिन को पूरी उम्मीद है कि युवी फिर से वापस लौटेगा और अपने आलोचकों को कड़ा जवाब भी देगा।
सिर्फ इतना ही नहीं सचिन ने युवी को भी संदेश दिया है सचिन ने युवी से कहा है, 'युवी एक खराब दिन पिछले कई वर्षों से क्रिकेट को दिए गए तुम्हारे योगदान को कम नहीं कर सकता है। मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि भारत और भारत से बाहर कई लोग वर्ष 2015 में होने वाले वर्ल्ड कप के दौरान तुमसे उम्मीदें लगाकर बैठें हैं। '
सचिन के इस संदेश के साथ ही एक बार फिर सचिन और युवी के बीच जो रिश्ता है, वह साफ हो जाता है। युवराज के लिए सचिन आज से नहीं बल्कि उस समय से खास रहे हैं जब से वह मोहाली के क्रिकेट ग्राउंड पर नेट प्रैक्टिस में अपना पसीना बहाते थे। युवराज खुद एक इंटरव्यू में इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि सचिन उनके लिए बड़े भाई के जैसे हैं।
जिस समय टीम इंडिया ने साल 2011 का वर्ल्ड कप जीता था, उस समय भी युवराज सिंह ने कहा था कि यह वर्ल्ड कप सचिन के उस योगदान को समर्पित है जो पिछले 23 वर्षों से उन्होंने क्रिकेट के लिए किया है।
जब युवराज सिंह लंदन में कैंसर का इलाज करा रहे थे तो सचिन उनसे मिलने वहां भी गए थे। सचिन ने उस समय भी युवराज को हौसला दिया था और इस बार भी वह युवी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।