पुणे में डर की वजह से अब टोपी पहनने से कतरा रहे मुसलमान
यहां पर लोगों के बीच मौजूद दहशत की एक झलक शनिवार को देखनी को मिली। पुणे के उन्नति नगर की मस्जिद में दोपहर को जब कुछ लोग नमाज अदा करने आए तो उनका पहनावा बदला हुआ था। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस बाबत एक खबर छापी है।
दो जून को शिवाजी और बाल ठाकरे की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप में 24 साल के मोहसिन की पीट-पीटकर हत्याकर दी गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपने एक आर्टिकल में लिखा है कि यहां पर नमाज पढ़ने आए लोगों को देखकर किसी को भी साफ पता चल सकता था कि लोग अपनी पहचान को लेकर कितने डरे हुए है।
वे पठान सूट की जगह शर्ट-पैंट में नजर आते हैं। इतना ही नहीं, कइयों ने तो अपनी दाढ़ी तक साफ कर दी है।
बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने मोहसिन की हत्या की है वह सभी हिंदू राष्ट्र सेना के सदस्य हैं। इस मामले में पुलिस अब तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मोहसिन पर हिंदु राष्ट्र सेना के लोगों ने उस समय हमला किया जब वह नमाज के बाद घर लौट रहा था।
जिस समय उसकी हत्या हुई उसका दोस्त रियाज भी उसके साथ था। रियाज के मुताबिक सादिक पर हमला इसलिए हुआ क्योंकि उसने टोपी पहनी थी और उसकी दाढ़ी थी।
पुणे के एक और व्यक्ति ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उसे दाढ़ी रख कर बाहर जाने में डर लगता था, इसलिए उसने और उसके दो दोस्तों ने यह फैसला किया कि इलाके के फिर से शांत होने तक वे लोग दाढ़ी नहीं रखेंगे।
वहीं कुछ अन्य लोगों ने बताया कि उन्होंने भी माहौल के डर से टोपी पहनना छोड़ दिया है। हालांकि, उन्नति नगर इलाके में ही पिछले 40 वर्षों से रहने वाले कम से कम 25 मुस्लिम परिवारों का कहना है कि उन्होंने इससे पहले कभी भी इलाके के सांप्रदायिक तनाव नहीं देखा है और उनके हिंदू पड़ोसी हर तरह से उनका साथ दे रहे हैं।
उनका कहना है कि यह तनाव भड़काने का काम बाहरी लोगों ने किया है।
इस बारे में महाराष्ट्र मुस्लिम फ्रंट के प्रमुख नदीम शफी मुजावर ने कहा कि इलाके के मुसलमान अभी भी खौफ के साए में जी रहे हैं और बाहर निकलने पर खुद को बचाने के लिए उन्होंने अपने पहनावे को बदल लिया है।