पाकिस्तान की स्कवॉश चैपिंयन को खेलने के लिए बनना पड़ा लड़का
इस्लामाबाद। पाकिस्तान-अफगानिस्तान जैसे देश हमेशा से लड़कियों की आजादी के खिलाफ रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान की एक लड़की को अपनी आजादी के लिए लड़का बनना पड़ा। जी हां पाकिस्तान की स्क्वैश खिलाड़ी मारिया तुरपाकई वजीर को अपनी आजादी के लिए लड़के का भेष धरना पड़ा था। उसने अपने बाल छोटे-छोटे कर लिए। लड़कों की तरह कपड़े पहनने लगी थी।
दरअसल पाकिस्तान अफगानिस्तान बोर्डर पर दक्षिणी वजीरिस्तान की रहने वाली मारिया को खेल को जारी रखने के लिए लड़का बनना पड़ा था,क्योंकि वहां लड़कियों को खेलने की आजादी नहीं है। यहां तालिबान का प्रभाव है।
अपने लड़की होने के बात को छुपाने में मारिया के पिता ने भी मदद की। पहले मारिया ने चंगेज खान के नाम से वेट लिफ्टिंग टूर्नामेंट में हिस्सा लिया करती थी। लेकिन अब दिन बदल गए। आज मारिया पाकिस्तान की नंबर वन और वर्ल्ड की 64वें नंबर की स्क्वॉश खिलाड़ी हैं। 2007 में मारिया को सलाम पाकिस्तान अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।
दरएसल मारिया का भेद उस वक्त खुल गया, लेकिन स्कवॉश टूर्नामेंट में प्रवेश के दौरान मारिया के जन्म सार्टिफिकेट की पहचान उजागर करने पड़ी। रजिस्ट्रेशन डेस्क पर उनसे बर्थ सर्टिफिकेट मांगा गया और मामला खुल गया। हलांकि अपनी पहचान उजागर होने के बाद मारिया को तालिबान की धमकी का सामना करना पड़ा था। जब तालिबान को पता चल गया कि उनके क्षेत्र की लड़की पहचान बदलकर स्क्वॉश खेलती है। उन्होंने मारिया और उसके परिवार को धमकी दी।