एक हफ्ते में दूसरी बार पाक ने कश्मीर पर छेड़ा पुराना राग
एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब पाकिस्तान ने इस कश्मीर पर कोई बयान दिया है। ठीक ऐसा ही बयान पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर दौरे से पहले दिया था।
उस समय भारत की ओर से इस्लामाबाद के इस बयान को सिरे से खारिज कर दिया गया था। भारत की ओर से पाकिस्तान को जवाब देते हुए कहा गया था कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा, 'हमने कश्मीर के भारत में विलय को कभी स्वीकार नहीं किया। कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा नहीं है। हमारा मानना है कि कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है।'
नई दिल्ली स्थित यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री ऑबजर्वर ग्रुप इन इंडिया एंड पाकिस्तान (यूएनएमओजीआइपी) के दफ्तर को खाली करने के भारत के आदेश पर उन्होंने कहा कि इसका कश्मीर विवाद की कानूनी स्थिति पर कोई खास असर नहीं होगा।
तसनीम के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों से दफ्तर खाली करने या किराया मांगने के भारत सरकार के आदेश जम्मू-कश्मीर विवाद के संदर्भ में अप्रासंगिक है। भारत का यह कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 1951 के आदेश का उल्लंघन नहीं हैं। इसका कश्मीर विवाद से कोई मतलब नहीं।
गौरतलब है कि भारत सरकार की ओर से पिछले दिनों पिछले 40 वर्षों से बंगले में चल रहे यूएनएमओजीआइपी के दफ्तर को खाली करने का नोटिस दिया गया है। मोदी सरकार का रुख इस बंगले को लेकर काफी सख्त है और जिस तरह की प्रतिक्रिया पाकिस्तान की ओर से आई है, उससे साफ है कि कहीं न कहीं उसे भारत सरकार के रवैये से सख्त मिर्ची लगी है।