कुर्सी के लिए केजरीवाल ने फिर से खाई कसम, कहा अब नहीं छोड़ूगा गद्दी
नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में 28 सीटे हासिल कर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई और महज 49 दिनों में सत्ता छोड़ भी दी। दिल्ली की सत्ता छोड़ने के पीछे आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल की बड़ी महत्वकांक्षाएं शामिल थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली हार से केजरीवाल को "गुरू ज्ञान" मिल गया है। केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि कुछ भी हो जाए, किसी को अपने पद से इस्तीफा नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह दोबारा सत्ता में आने पर कभी भी अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे।
केजरीवाल दिल्ली में दोबारा चुनाव कराने की लगातार मांग कर रहे हैं लेकिन अभी उस पर उप राज्यपाल कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। केजरीवाल अपनी ओर से चुनाव की पूरी तैयारी कर चुके हैं। केजरीवाल ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने और महंगाई कम करने का वादा किया था लेकिन दोनों ही मुद्दों पर वह विफल हो गई।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे दोबारा उनको सत्ता में वापस लाएं, इस बार वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेंगे। गौरतलब है कि 49 दिनों मे ही सत्ता छोड़ने को लेकर केजरीवाल पहले ही लोगों से माफी मांग चुके हैं। वह इस बार मौके को अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहते हैं।