EXCLUSIVE: चुनावी रंग में रंग गई है AAP,कैंडिडेंट्स भी फाइनल: संजीव झा
वनइंडिया के साथ बातचीत के दौरान संजीव झा ने अहम राज खोले। बुरारी विधानसभा से चुनाव जीतने वाले संजीव बिहार के रहने वाले है और पार्टी के शुरुआती सदस्यों में से एक है। आम आदमी पार्टी में चल रही चुनावी तैयारियों पर संजीव ने साफ-साफ कहा कि उनकी पार्टी में चुनाव को लेकर सारी तैयारियां हो चुक हैं। कैंडिडेट्स के नाम भी फाइनल किए जा चुके हैं। संजीव ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जिन प्रत्याशियों को टिकट दिए गए थे उनमेंसे अधिकतर प्रत्याशियों को दोबारा मौका दिया गया है। उन्होंने ये भी साफ किया कि कुछ सीटों पर प्रत्याशियों का बदलाव किया गया है।
संजीव ने कहा कि पार्टी में जोरों-शोरों से चुवानी स्तर का काम हो रहा है। कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल की जिम्मेदारी सौंप दी गई हैं। प्रत्याशियों को अपने-अपने विधानसभा में जाने की आदेश मिल गया हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी संपर्क अभियान पर फोकस किया जा रहा है। संजीव ने बताया कि पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल की तरह से सबको आदेश दिया गया है कि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच जाए।
वहीं पार्टी के चुनावी मुद्दे पर बात करते हुए संजीव ने कहा कि पार्टी के मेनिफेस्टो में कुछ खास बदलाव नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार आम आदमी पार्टी भाजपा सरकार के मुखिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ प्रचार करेगी। आप मोदी के किए वादाखिलाफी को मुद्दा बनाकर लोगों के बीच जाने का मान बना रही है।
वहीं पुरानी साथियों के पार्टी का साथ छोड़ने पर संजीव ने कुछ साफ-साफ नहीं कहा। बस इतना कहा कि पार्टी की तरफ से पुराने साथियों को दोबारा से साथ लाने की कोशिश हो रही है। ताकि पार्टी को मजबूती के साथ लोगों के बीच पेश किया जा सके। जब हमने उनसे स्पष्ट तौर पर शाजिया इल्म के बारे में पूछा तो उन्होंने बिना नाम लिए बस इतना कहा कि पार्टी पुराने साथियों को साथ लाने की कोशिश कर रही है।
कौन हैं संजीव झा
संजीव झा मधुबनी के पंडौल प्रखंड के सुन्दरपुर गांव निवासी हैं। आम आदमी पार्टी की टिकट पर संजीव झा ने बुरारी सीट पर कब्जा किया। संजीव एकसामाजिक संस्था नवपल्लव चलाते हैं। मित्रों के साथ मिलकर पिछले 12 सालों से दिल्ली के कई पिछड़े इलाकों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा मुहैया कराने की दिशा में प्रयासरत हैं। स्नातक तक शिक्षा ग्रहण करने वाले 34 वर्षीय संजीव के पास कोई व्यक्तिगत आमदनी का जरिया भी नहीं है।