कांग्रेस नहीं थर्ड फ्रंट के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे पवार
पवार की ये बातें जहां यूपीए की लिए खतरे की घंटी है तो वहीं तीसरे मोर्चे के लिए खुशखबरी। पवार की माने तो वो सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे में जाने से परहेज नहीं करेंगे। पवार ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि अगर चुनाव के बाद इस तरह की स्थिति बनती है तो वो दूसरे दलों से बात कर सकते है। पवार ने कहा कि वो 24 अप्रैल के बाद से बाहर रैलियां करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से विचार..विमर्श के बाद ही तीसरे मोर्चे पर निर्णय किया जाएगा ।
पढें- कांग्रेस के लिए कर्नाटक बनेगा ठंडी हवा का झोंका!
पवार ने कहा कि अभी तीसरे मोर्चे जैसी कोई चीज नहीं है। इस तरह की स्थिति चुनाव के बाद विकसित हो सकती है और विकल्प खुल सकते है। इस तरह के विकल्प उभरने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि अभी ऐसी कोई चीज सामने नहीं है।
पवार ने विश्वास जाहिर किया कि चुनाव के बाद बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में संप्रग के सहयोगियों की संख्या कम नहीं होगी। पवार ने कहा कि अगर आपको कोई विश्वसनीय विकल्प मुहैया कराना है तो संख्या आनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस या संप्रग को स्पष्ट बहुमत मिलेगा या नहीं ये अबी नहीं कह सकते, लेकिन हमें सम्मानीय संख्या हासिल होगी। पवार को उम्मीद है कि उन्हें तीसरे मोर्चे में जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी, लेकिन उन्होंने विकल्प खुले रखे है।