बासी वड़ा पाव पर भिड़े राज-उद्धव व उनके कार्यकर्ता
राज ठाकरे का कहना कतई अतिश्योक्ति नहीं होगा कि ठाकरे परिवार का यह वाक युद्ध सिर्फ लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के कारण शुरु हुआ है। हालांकि अभी तक इस युद्ध में राज ने उद्वव को करारा जवाब दिया है। राज ने यह भी कहा है कि यदि उद्धव ठाकरे गलत बयानबाजी करना बंद नहीं करते हैं तो उन्हें भी मुंह खोलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
मुंबई में बाहर से आने वाले लोगों पर एक बार फिर से निशाना साधते हुए राज ने कहा कि मुंबई में 48 ट्रेनें बाहर से शहर में प्रवेश करती हैं लेकिन यहां के सरकार को यह नहीं पता कि कौन आ रहा है और कौन जा रहा है? इस मामले का एक ज्वलंत उदाहरण देते हुए राज ने यह भी कहा कि जब गोवा में बिहार के लिए ट्रेन सेवा शुरु की गई थी तो वहां के मुख्यमंत्री ने इस बात का कड़ा विरोध किया था। अंतत: राज ठाकरे ने अपनी बात को यह कहकर विराम दिया कि वो गद्दार नहीं है।
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
मुंबई में पर्चा दाखिल किए जाने के दौरान एमएनएस व शिवसेना कार्यर्ताओं के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई। देखते ही देखते कार्यकर्ताओं के बीच में माहौल इतना गर्म हो गया कि मौके पर मौजूद पुलिस बल को लाठीचार्ज करना पड़ा। लाठीचार्ज किए जाने के दौरान जहां दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें आई वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन के खिलाफ दोनों पक्षों के लोगों में काफी रोष भी व्याप्त है।