BJP-Shivsena: गठबंधन पर बात नहीं बनी तो प्लान 'बी' पर अमल करेगी भाजपा
मुंबई। शिवसेना और भाजपा का महागठबंधन का विवाद थम नहीं रहा है। गठबंधन में लगातार जारी गतिरोध से परेशान भाजपा ने अब प्लान बी की ओर अपनी नजरे गढ़ा ली हैं। गौरतलब है कि भाजपा ने आखिरी प्रस्ताव के तौर पर शिवसेना से अधिक सीटें देने के लिए कहा था। लेकिन शिवसेना अभी तक अपने 126 सीटों के प्रस्ताव पर ही अड़ी हुई है। अगर शिवसेना अब भी नहीं मानी तो भाजपा अपना प्लान बी का इस्तेमाल करेगी।
शिवसेना के अड़ियलपन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भाजपा ने पहले 144 सीटों की मांग की थी लेकिन अब भाजपा खुद झुकते हुए 130 सीटों की मांग कर रही है। लेकिन इस पर भी शिवसेना ने रजामंदी नहीं दी है। शिवसेना चाहती है कि भाजपा 126 सीटों पर चुनाव लड़े। शिवसेना इस बार 151 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
यह है प्लान बी
द हिंदू अखबार को दिए एक इंटरव्यू में भाजपा के नेता ओम माथुर ने बताया है कि भाजपा प्लान बी का इस्तेमाल कर सकती है। दरअसल, प्लान बी में दो चीजें शामिल हैं। पहली, भाजपा लोगों से गठबंधन रहे या नहीं या तोड़ दिया जाए, इस पर राय ले सकती है। प्लान बी का दूसरा पहली यह है कि भाजपा का हाईकमान जो फैसला करेगा उस पर अमल किया जा सकता है।
भाजपा नेता माथुर ने कहा कि भाजपा को गठबंधन बनाए रखना चाहती है लेकिन शिवसेना ने अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। गठबंधन के मसले को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि अगर बातचीत सफल नहीं हो पाती है तो समय निर्धारित करेगा कि गठबंधन रहे या नहीं।