शिवसेना के सांसद भूले गरिमा, रोजेदार के मुंह में ठूंस गए रोटी
इस खबर को सुन समाज में सांसदों की गरिमा की जमकर निंदा की जा रही है। जनता के प्रतिनिधिन होने के बावजूद समाज के एक व्यक्ति के साथ यह हरकत लोगों के लिए अब बहस का मुद्दा बन गई है। तो वहीं महाराष्ट्र सरकार ने अभी तक कोई खास निर्णय नहीं लिया है। अभी तक कोई ऐसी खबर नहीं है कि सांसदों के इस व्यवहार को देखते हुए कोई कार्रवाई की जाएगी।
कैटरिंग ने सेवाएं बंद की
सांसदों के इस व्यवहार के विरोध में कैटरिंग के कर्मचारी खड़े हो गए हैं। उन्होंने सांसदों को परोसे जाने वाली सभी सेवाओं बंद कर दी हैं। और सांसद की इस हरकत के लिए कार्रवाई की मांग की है। इसकी शिकायत महाराष्ट्र आवासीय आयुक्त को की जा चुकी है। आयुक्त ने शिकायत मिलते ही अरशद और कैटरिंग स्टाफ से माफी मांगी। आवासीय आयुक्त ने अरशद के लिए सरकार की तरफ से संवेदनाएं व्यक्त करने की इच्छा जताई।
सरकार ने दिया जांच का आश्वासन
आईआरसीटीसी की ओर से आवासीय आयुक्त को लिखे पत्र में कहा गया है कि 17 जुलाई को कैटरिंग में कुछ दिकत्तें थीं। कुछ देर में सांसद पब्लिक हॉल में आए और कैटरिंग स्टाफ के साथ गंदा व्यवहार करने लगे। पूरे मामले को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने जांच करने का आश्वासन दिया है।