दतिया मंदिर भगदड़ मामले में कलेक्टर-एसपी समेत 4 अधिकारी सस्पेंड
राज्य सरकार ने निर्वाचन आयोग की अनुमति मिलने के बाद दतिया के कलेक्टर, एसपी सहित चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया। सरकार ने 111 लोगों की मौत के मामले में प्रथमदृष्टया जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व (एसडीएम), अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) को जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया। राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से निर्वाचन आयोग से अनुमति मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई।
नवरात्रि के अंतिम दिन रविवार को रतनगढ़ मंदिर से पहले बने पुल के टूटने की अफवाह और पुलिस के बल प्रयोग के चलते भगदड़ मच गई थी। भीड़ ने बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चों को कुचल दिया था, वहीं कई लोग जान बचाने के लिए सिंधु नदी में कूद गए थे।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हादसे के दूसरे दिन दतिया जिला चिकित्सालय पहुंचकर रतनगढ़ मरीजों का हाल जाना। चुनाव आचार संहिता के चलते अपनी लाचारी का हवाला देते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को निर्वाचन आयोग की अनुमति से प्राकृतिक आपदा प्रभावितों की तरह ही डेढ़ लाख का मुआवजा दिया गया है। चौहान ने आगे कहा कि न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इस आयोग का मंगलवार को गठन कर दिया जाएगा। साथ ही यह भी प्रयास होगा कि दो माह में रिपोर्ट आ जाए, इसके बाद 15 दिन में कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।