यूपी सरकार में खुली शिक्षा व्यवस्था की कलई, स्कूल बनाए बिना हो रही प्रिंसिपल की भर्ती
लखनऊ मंडल के लिए चयन बोर्ड की ओर से तैयार सूची में एक ऐसे विद्यालय का जिक्र सामने आया है, जो अब तक अस्तित्व में ही नहीं है। यह स्कूल है राजकीय उद्योग आश्रम इंटर कॉलेज टिपारा। जब लखनऊ के पांच शिक्षकों को साक्षात्कार के लिए बुला लिया, तब मामले की पर्तें खुलीं।
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जिला विद्यालय निरीक्षक ने भी अपनी रिपोर्ट में इस नाम के किसी भी विद्यालय के अस्तित्व में होने से इनकार किया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से 2011 में प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों के 909 पदों की घोषणा की गई थी।
जिला विद्यालय निरीक्षकों की ओर से भेजी गई सत्यापन रिपोर्ट में राजकीय उद्योग आश्रम इंटर कॉलेज टिपारा, लखनऊ के अस्तित्व में नहीं होने की रिपोर्ट भेजी गई थी। प्रधानाचार्यों के साक्षात्कार के दौरान सचिव और उपसचिव के इस पूरी प्रक्रिया से खुद को अलग कर लेने के बाद अध्यक्ष ने आपत्तियों को दर किनार करते हुए इस विद्यालय के पांच शिक्षकों को भी साक्षात्कार के लिए पत्र जारी कर दिया।
इस विद्यालय को जिला विद्यालय निरीक्षक ने मौजूदा समय में उस स्थान पर कोई अस्तित्व नहीं होने की बात कही है। इस बारे में चयन बोर्ड के अध्यक्ष आशाराम का कहना है कि प्रधानाचार्यों की ये लिस्ट जिला विद्यालय निरीक्षकों ने भेजा था। हालांकि मामला अब अधिकारियों-कर्मचारियों के सामने आ गया है, जिस पर जल्द कार्रवाई की जा सकती है।