उत्तर प्रदेश को लगा महंगी बिजली का झटका
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आम आदमी पर फिर से महंगी बिजली का मार पड़ेगी। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए आज नई बिजली दरें घोषित कर दीं है। नई घोषित दरों में 11.28 फीसदी बिजली महंगी होगी।
बढ़ी हुई बिजली दरों पर नजर डालें तो घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली के लिए करीब 14.38 अधिक कीमत चुकानी होगी। बढ़ी हुई बिजली कीमतों के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है। भाजपा ने सपा सरकार पर जनता के उपर जबरदस्ती महंगी बिजली का बोझ डालने का आरोप लगाया है।
भाजपा नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा सरकार लोगों चौबीस घंटे बिजली देने में पूरी तरह से विफल रही है। ऐसे में बिजली के दामों बढ़ोत्तरी सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरों को अंतिम रूप देने के लिए 12 सिंतबर को पत्र लिखकर कारपोरेशन प्रबंधन से सर्किलवाइज टेक्निकल व डिस्ट्रीब्यूशन लॉस, कुल टेक्निकल व कमर्शियल लॉस का ब्योरा मांगा था। लेकिन ब्योरा देने के बजाय प्रबंधन ने आयोग से और समय मांग लिया। उधर उत्तर प्रदेश उपभोक्ता परिषद ने बढ़ी हुई बिजली दर को वापस लेने के लिए 7 अक्टूबर को आयोग में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने जा रही है।