मोदी पर बरसा माया का कहर, कहा दलित विरोधी है भाजपा
जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाजवादी पार्टी की मुखिया मायावती की। यूं तो मायावती मीडिया से बातचीत और संवाददाता सम्मेलन को लेकर परहेज दिखाती है, लेकिन जब मौका विरोधियों पर हमले की आती है तो वो किसी भी हद तक जाने में गुरेज नहीं करती। मायावती ने सोमवार को आनन-फानन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और भारतीय जनता पार्टी के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को खूब कोसा।
मायावती ने कहा कि मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सिवाय झूठ बोलने के और कुछ नहीं जानते। उन्होंने आरोप लगाया कि वो दलितों और पिछड़ों को बरगला रहे हैं, लेकिन जनता को उनके धोखे में नहीं आना चाहिए। माया भीमराव अंबेडकर की विरासत संभालने का दावा करती आई है। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती का कहना है किब भाजपा नाटक कर रही है और वो उन्हें कोई सम्मान नहीं देना चाहती।
मोदी और भाजपा को कटघरे में खड़े करते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा अंबेडकर का कोई सम्मान नहीं करती। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मंडल आयोग की सिफारिशें भी लागू नहीं की थी। इसके बाद उन्होंने वीपी सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया।
ना केवल भीमराव अंबेडकर को लेकर बल्कि मोदी द्वारा अपनी पत्नी का नाम नामांकन पत्र में लिए जाने पर भी मायावती ने मोदी पर हमला बोला। मायावती ने कहा कि अब तक नरेंद्र मोदी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा था। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि मोदी का घर-परिवार नहीं है और वो खुद को देश की सेवा में न्योछावर करने को तैयार हैं।
मायावती ने कहा कि मोदी ने अपनी औरत का खुलासा किया है। जिस तरह से वो अपनी पत्नी को धोखा देते आ रहे थे उसी तरह वो देश को धोखा दे रहे हैं। गौरतलब है कि मायावती इससे भी पहले भी नरेंद्र मोदी पर हमला बोल चुकी है। उन्होंने पहला कहा था कि वो साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने की हरसंभव कोशिश करेंगी और बसपा मोदी को भी रोकेगी, लेकिन मायावती के एकाएक मोदी पर हमले करने से सवाल उठने लगे है कि इतने दिन बाद मायावती को अचानक भाजपा और नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने की जरूरत क्यों पड़ी।