भारतीय खेलकूद क्षेत्र से सुनील सभरवाल की उम्मीदें
सुनील, ओबामा प्रशासन के ऐसे 24वें भारतीय हैं जिन्हें ओबामा की ओर से कोई जिम्मेदारी सौंपी गई है और यह एक नया रिकॉर्ड है। ओबामा की मानें तो उन्हें काफी खुशी हैं कि ज्यादा से ज्यादा भारतीय उनके एडमिनिस्ट्रेशन का हिस्सा बन रहे हैं। प्राइवेट सेक्टर के इनवेस्टर के तौर पर प्रतिष्ठा हासिल करने वाले सभरवाल के पास वित्तीय जानकारियों का भंडार है।
उनके बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि सुनील के पास ऐसी ताकत है कि वह अर्थव्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में ठोस काम कर सकते हैं। ओहियो यूनिवर्सिटी से बीएस की डिग्री और लंदन बिजनेस स्कूल से एमएस की डिग्री हासिल करने वाले सुनील ने यूरोपियन बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट में उनकी बेहतरीन काबिलियत के लिए जाना जाता है।
कम ही लोगों को मालूम है कि सुनील खेलकूद के भी काफी शौकीन हैं और हाल ही में हुए सोची ओलपिंक के दौरान उन्होंने एक अहम भूमिका भी अदा की थी। इंटरनेशनल फेयर प्ले कमेटी के सेक्रेट्री जनरल के तौर सुनील सोची में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए मौजूद थे।
सुनील ने करीब पांच साल पहले दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि जब तक किसी देश में खेलकूद को बढ़ावा नहीं मिलेगा तब तक शायद वहां के युवा का सही विकास नहीं हो सकेगा। भले ही सुनील भारत में न हों लेकिन वह हर पल भारतीय खिलाड़ियों और उनसे जुड़े टूर्नामेंट्स पर नजर रखते हैं। सुनील मानते हैं कि यहां भी दुनिया के बाकी सभी देशों की तरह कई तरह की बेहतरीन संभावनाएं मौजूद हैं। अगर उन्हें और निखारा जाए तो भारत भी दूसरे देशों की तरह हर तरह के खेलकूद में नंबर वन बन सकता है।