252 किमी की रफ्तार से जापान पहुंची यह मुसीबत
जापान का दक्षिणी ओकिनावा द्वीप प्रचंड तूफान नेवगूरी की चपेट में आ गया है जिससे पांच लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना होगा।
हालिया वर्षों में इस सबसे भीषण तूफान से इमारतें क्षतिग्रस्त हो गयी, पेड़ उखड़ गए और विमान तथा समुद्री आवागमन सेवा थम गया है।
अधिकारियों ने बताया कि तूफान की रफ्तार 252 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गयी जिससे मूसलाधार बारिश हुयी। कई विमानों को रद्द करना पड़ा और एक व्यक्ति लापता है तथा कई लोग घायल हुए हैं।
राजधानी नाहा में ट्रैफिक लाइटें बंद हो गयी और टेलीविजन फुटेज से पता चलता है कि पेड़ उखड़ गए, साइनबोर्ड उड़ते हुए दिखे तथा एक रेस्तरां क्षतिग्रस्त हो गया।
ओकिनावा पुलिस ने बताया कि कम से कम तीन लोग घायल हुए हैं। सरकारी प्रसारक एनएचके ने घायलों की संख्या आठ बतायी है। एनएचके के अनुसार, द्वीप समूह में स्कूल बंद है और ओकिनावा के करीब 70,000 घरों में बिजली गुल है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कल ओकिनावा के मुख्य द्वीप के साथ ही मियाके द्वीप के लिए उच्चतम तूफान का अलर्ट जारी किया था। जापानी अधिकारियों ने लोगों को नेवगूरी से पैदा हुए खतरे को गंभीरता से लेने के लिए कहा है।
फिलहाल इस तूफान की रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा हो गई है।
राष्ट्रीय मौसम एजेंसी ने बताया कि पूर्व में स्थित जापानी द्वीपों की ओर मुड़ने से पहले, 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आ रहा यह तूफान गुरुवार सुबह तक दक्षिण में स्थित क्यूशू मुख्य द्वीप तक पहुंच सकता है।
अधिकारियों ने नेओगरी के कारण मूसलाधार बारिश होने की संभावना व्यक्त की है और तूफान के बाद बाढ़ आने और पहले से आए तूफान के कारण कमजोर हो गई जमीन के धंसने की चेतावनी दी है।
आपदा के कारण ओकिनावा में मंगलवार पांच लाख लोगों को आश्रय स्थलों में शरण लेनी पड़ी।
बुधवार सुबह तक तूफान क्यूशू के दक्षिण-पश्चिम तट से लगभग 500 किलोमीटर दूर था।