PICS: ISIS द्वारा जेम्स फोले की हत्या का वीडियो हो सकता है फर्जी !
नई दिल्ली। आईएसआईएस द्वारा अमेरिकी पत्रकार जेम्स फोले की बर्बरता के साथ हत्या करने से पूरी दुनिया सकते में थी। इस हत्या का एक वीडियो भी जारी किया था। इस वीडियो में आतंकियों ने बराक ओबामा को जेम्स की हत्या का जिम्मेदार ठहराया था। व्हाइट हाउस ने इस वीडियो की प्रमाणिकता पर सवाल उठाया था। जिसके बाद इसे जांच के लिए भेजा गया है।
आपको बता दें कि ब्रिटिश फॉरेंसिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह वीडियो फर्जी होने की कई संभावनाएं हैं। फॉरेंसिक एक्सपर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस द्वारा जारी किए गए इस चार मिनट 40 सेकेंड के वीडियो में कई कैमरा ट्रिक और स्पेशल इफैक्ट्स का इस्तेमाल किया गया है।
फॉरेंसिक विशेषज्ञों के दिमाग में इस पूरी वारदात को लेकर कई प्रश्न हैं। लिहाजा, जानते हैं वे 6 कारण, जो अमेरिकी पत्रकार जेम्स फोले की नृशंस हत्या वाले वीडियो की प्रमाणिकता पर प्रश्न खड़े करता है।
देखिए क्या हैं वे 6 कारण :
पूरे वीडियो में कहीं भी खून नहीं
4 मिनट 40 सेकेंड के इस पूरे वीडियो में कहीं भी खून का नामोनिशान नहीं दिखता है। जबकि हत्या से पहले आतंकी कई बार छुरे को फोले के गर्दन के नजदीक लेकर गया था। साथ ही फोले की गर्दन पर कोई जख्म का निशान नहीं दिखाई दिया।
ISIS अपनी क्रूरता दिखाने में पीछे कैसे रह गए
अंग्रेजी वेबसाइट द ग्लोबल मिरर के अनुसार, आईएसआईएस आतंकी कभी अपनी क्रूरता को दिखाने में पीछे नहीं रहते। फिर इस वीडियो में उन्होंने सिर कलम करने वाले फ्रेम को क्या गायब कर दिया है। आपको बता दें, सिर काटने के साथ ही इस वीडियो में ब्लैक फ्रेम डाल दिया गया है। और फिर सीधे वीडियो में सिर कटा हुआ दिखाया गया है।
इस्लामिक शब्दों का कहीं प्रयोग नहीं
सुन्नियों का यह इस्लामिक संगठन किसी भी हत्या के पहले अपने कृत्य को सही ठहराने के लिए कुरान के वाक्य या छंदों को याद दिलाता है। लेकिन फोले की हत्या वाले इस वीडियो में ऐसा कुछ नहीं है। सिर कलम करने वाले नकाबपोश आतंकी ने अपने कथन में कहीं भी कुरान से लिए संदर्भों का जिक्र नहीं किया था।
वीडियो को जरूरत से ज्यादा पॉलिश किया गया
वीडियो का जरूरत से ज्यादा चमकदार भी प्रश्न खड़े करता है। आईएसआईएस ने इस वीडियो को कुछ ज्यादा ही हाई रिजोल्यूशन और चमकदार रखा है। इस वीडियो को काफी पॉलिश कर पब्लिश किया गया है। इसके अलावा इसके ऑडियो पर भी काम किया लगता है। आपको बता दें, इस्लामिक स्टेट द्वारा इंटरनेट पर जारी किए गए अधिकांश वीडियो की क्वालिटी खराब रहती है।
स्पेशल इफैक्ट्स का इस्तेमाल
इस वीडियो में कई जगह स्पेशल इफैक्ट्स का इस्तेमाल किया गया है। आतंकी और फोले भले ही किसी रेगिस्तान जैसी जगह पर खड़े दिखते हैं. लेकिन न तो उसके कपड़े गंदे दिखते हैं और न ही जूते में कहीं गंदगी होती है। यू-ट्यूब पर फोले की हत्या के कई वीडियो हैं, जो दर्शाते हैं कि सिर कलम करने वाले वीडियो को किसी हॉलीवुड फिल्म की तरह फिल्माया गया है।
फोले के मां-पिता का मीडिया के सामने आना
फोले की मौत से महज 24 घंटे बीतने से भी पहले मीडिया के सामने आने वाले फोले के माता-पिता का भी इस्तेमाल किया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि जो अभिभावक अपने बेटे का सिर कलम होने वाले वीडियो के साक्षी बने, वे 24 घंटे से भी कम समय में मीडिया के सामने होते हैं। और तो और कैमरे पर 'चेहरे पर खुशी के आंसुओं के साथ बेटे की खूबसूरत यादें होती हैं।' ये सारी चीजें अत्यधिक असामान्य हैं।