Pics: अमेरिकी मीडिया में छाए नरेंद्र मोदी
न्यूयॉर्क। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र महासभा में वक्तव्य देने के बाद अमेरिकी समाचार पत्र-पत्रिकाओं ने लिखा कि एक समय अमेरिका आने के लिए प्रतिबंधित मोदी इस समय अमेरिका में छा गए हैं।
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में भारत को आतंकवाद से निपटने के संघर्ष में भागीदार बताया। वहीं अमेरिका से अलग पाकिस्तान में भी मीडिया ने मोदी के यूएनजीए में दी गई उनकी स्पीच पर अपनी नजर बरकरार रखी।
क्यों करें भारत के साथ बिजनेस
फॉर्च्यून ने लिखा कि मोदी को कारोबार अनुकूल नीतियों के लिए जाना जाता है और समृद्ध भारत के लिए विदेशी निवेशकों को भारत आमंत्रित करने के उनके प्रयासों को देखते हुए निवेशकों को भारत में निवेश के लिए आगे आना चाहिए।
2005 भूलने को तैयार अमेरिका
लॉस एंजिल्स टाइम्स ने लिखा है कि मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को देखने के बाद अमेरिका अब वर्ष 2005 के वीजा मुद्दे के बारे में नहीं सोचना चाहता है।
सोशल मीडिया पॉलिटिशियन मोदी
न्यूयॉर्क टाइम्स ने मोदी को सोशल मीडिया पॉलिटिशियन करार दिया है। न्यूजपेपर में लिखा है कि अमेरिकी राजनेताओं को मोदी से सोशल मीडिया प्रयोग करना सीख लेना चाहिए।
ओबामा बेकरार
यूएसए टुडे ने शनिवार को छपे अपने एक लेख में लिखा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत के नए नेता से मिलने को बेकरार हैं।
न्यूयॉर्क में मोदी का स्वागत
वाशिंगटन पोस्ट ने शनिवार को अपना एक आर्टिकल न्यूयॉर्क में मोदी के धमाकेदार आगाज पर लिखा है। न्यूजपेपर की मानें तो मोदी से पहले कभी किसी भारतीय नेता के लिए इतनी भीड़ सड़कों पर नहीं उमड़ी थी।
अमेरिका में नए नेता का आगाज
वॉल स्ट्रीट जनरल ने एक फोटो प्रकाशित है जिसमें एक महिला अपनी पीठ पर ओबामा और मोदी का टैटू बनवा रही है। वॉल स्ट्रीट जनरल ने इसके साथ ही लिखा है कि अमेरिका में नए नेता का आगाज हुआ है और उसके साथ ही डिप्लोमैसी का एक नया अंदाज देखने को मिल रहा है।
पाक नहीं छोड़ सकता कश्मीर का मुद्दा
पाकिस्तान के अग्रणी समाचार पत्र द डॉन ने रविवार को अपने संपादकीय में मोदी के यूएन में दिए गए भाषण का जिक्र किया है। द डॉन में लिखा है कि इस्लामाबाद कभी भी कश्मीर के मुद्दे से पीछे नहीं हट सकता है।
मोदी की यूएन में पाक से अपील
द डॉन ने एक और आर्टिकल में मोदी की पाक को दी गई उस सलाह का जिक्र किया है जिसमें पाकिस्तान को और ज्यादा गंभीरता दिखाने के लिए कहा गया।
कश्मीर के नेताओं ने नवाज को सराहा
पाक के एक और अग्रणी समाचार पत्र ने लिखा है कि भले ही भारत पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के यूएन में दिए गए भाषण की आलोचना करे लेकिन कश्मीर के हुर्रियत नेताओं ने उस भाषण की खुलकर सराहना की है।
शर्तों पर बातचीत को आगे आता भारत
द ट्रिब्यून ने अपने एक और आर्टिकल में लिखा है कि भारत पाक से बात तो करना चाहता है लेकिन उसकी अपनी शर्ते हैं और इनके आधार पर ही वह भारत से बातचीत का इच्छुक है।
अमेरिका बेचैने
ब्रिटिश न्यूजपेपर द इंडिपेंडेट ने लिखा है कि कैसे अमेरिका, भारत के नए नेता नरेंद्र मोदी के साथ बिजनेस करने को बेताब है।
भारतीय अमेरिकियों के लिए यादगार मौका
ब्रिटेन के ही एक और न्यूजपेपर द गार्डियन ने लिखा है कि कड़े स्वभाव के व्यक्ति नरेंद्र मोदी अमेरिका में बसे भारतीयों के लिए बिजनेस का एक नया और बेहतर मौका लेकर आए हैं।