रॉकस्टार की तरह कर रहा अमेरिका नरेंद्र मोदी का इंतजार
वाशिंगटन।
नरेंद्र
मोदी
और
रॉकस्टार,
इस
हफ्ते
से
मोदी
की
शुरू
हो
रही
अमेरिकी
यात्रा
पर
उन्हें
यह
टाइटल
दिया
है
व्हाइट
हाउस
के
पूर्व
सलाहकार
एलेन
क्रेयूगर
ने।
क्रेयूगर ने भारतीय समाचार पत्र बिजनेस स्टैंडर्ड को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि नरेंद्र मोदी को उनकी यात्रा से पहले ही उसी तरह का ट्रीटमेंट मिलने लगा है जिस तरह से अभी तक किसी रॉकस्टार को मिलता था।
एलेन व्हाइट हाउस कांउसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स के पूर्व चेयरमैन हैं। फिलहाल वह प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक और पब्लिक अफेयर्स के प्रोफेसर हैं।
रॉकस्टार बनते भारतीय प्रधानमंत्री मोदी
एलेन ने बताया है कि पूरे अमेरिका में मोदी की यात्रा के मद्देनजर एक अजीब सा उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने अमेरिकी अखबारों की कुछ रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि मैडीसन स्क्वायर पर मोदी का जो कार्यक्रम होने वाला है, उसके सारे टिकट बिक गए हैं।
एलेन के मुताबिक मोदी इस समय किसी रॉकस्टार की ही तरह बन गए हैं। एलेन खुद भी मोदी की इस अमेरिकी यात्रा को लेकर काफी सकारात्मक हैं।उन्होंने अपने इस इंटरव्यू में मोदी की अमेरिका यात्रा और भारत-अमेरिकी संबंधों के बारे में बातें की हैं।
एलेन ने साथ ही मोदी की यात्रा के मद्देनजर दोनों देशों के बीच मौजूद व्यापारिक संबंधों के बारे में भी अपनी राय खुलकर जाहिर की है।
एलेन के मुताबिक उन्होंने आज से पहले कभी किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले अमेरिकी व्यापारियों के इस सकारात्मक मूड को कभी महसूस नहीं किया था।
उन्होंने कहा है कि बतौर प्रधानमंत्री मोदी की इस पहली अमेरिकी यात्रा के बाद दोनों देशों के रिश्तों में काफी गर्मजोशी आने की संभावना है।
एलेन की मानें तो अमेरिकी व्यापारियों की टैक्स, स्थानीय जरूरतों, लाइसेसिंग जरूरतें और ऐसी खास चिंताओं को दूर करने के लिए भारत की ओर से कोशिशें की जा रही हैं।
अमेरिकी व्यवसायी भी काफी पॉजिटिव हैं। उनका मानना है कि अगर भारत को अमेरिका की जरूरत है तो अमेरिका को भी इस समय भारत की जरूरत है।इसलिए मोदी की अमेरिकी यात्रा को यहां के नागरिक काफी उम्मीदों से देख रहे हैं।
सकारात्मक है अमेरिकी व्यावसायियों का मूड
एलेन ने कहा है कि है कि एक वर्ष पहले भारत को फेडरल रिजर्व चेयरमैन बेन बेरनानके की ओर से चेतावनी दी गई थी।
भारत में फिलहाल एक्सचेंज रेट्स गिर गए हैं लेकिन स्थिर हैं और देश में रिजर्व का भंडार भी बढ़ रहा है। महंगाई भी थोड़ी बहुत काबू में हैं। हालांकि एलेन ने भारत में स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स की खुलकर वकालत की है।
उनका कहना है कि इस तरह के प्रभाव भारत की अर्थव्यवस्था पर खासा असर डालेंगे। भारत इस समय काफी मजबूत हालत में है। फाइनेंशियल मार्केट की नजरें भारत पर लगी हुई हैं और उम्मीद है कि यह सारे समायोजन जल्द ही स्थान ले लेंगे।