लापता विमान में फंसे यात्री के मोबाइल पर गई मिस्ड कॉल
दौड ने बताया कि मिलिट्री रडार से एयफोर्स के बटरवोर्थ स्टेशन से जो संकेत मिले हैं, उसके मुताबिक यह फ्लाइट टेक ऑफ करने के बाद वेस्ट की ओर मुड़ गई थी। कोटा बाहरु उड़ने के बाद यह फ्लाइट ईस्ट कोस्ट और केद्दाह की ओर मुड़ गई थी।
एयरफोर्स चीफ ने अपने एक बयान में कहा है कि जब इस प्लेन को डिटेक्ट किया गया था तो इसकी लोकेशन पालाउ पीराक ट्रेस की गई थी और उस समय रात में करीब 2:40 बजे का समय था। वहीं एयरफोर्स के इस बयान के
बाद
इस
फ्लाइट
को
लेकर
पहले
जो
खबरें
आ
रही
थीं,
वह
सभी
इस
बयान
से
विरोधाभासी
साबित
हो
रही
हैं।
पहले
आई
रिपोर्ट्स
में
कहा
गया
था
कि
यह
एयरक्राफ्ट
रडार
के
स्क्रीन
से
120
नॉटिकल
माइल
दूर
कोटा
बाहरु
में
साउथ
चाइना
सी
पर
था।
मलेशिया
के
एक
न्यूजपेपर
ने
यह
भी
खबर
दी
थी
कि
देशभर
से
करीब
20,000
मछु
आरों
की
मदद
सर्च
ऑपरेशन
में
ली
जा
रही
है।
इस
अखबार
ने
मलेशिया
के
कृषि
एवं
कृषि
आधारित
उद्योगों
के
मंत्री
इस्माइल
साबरी
के
हवाले
से
लिखा
था
कि
सर्च
ऑपरेशन
में
1,788
फीशिंग
बोट्स
को
केलांतन,
टेरेंग्गानू,
पर्लिस,
पीराक
और
पेनांग
के
आसपास
काम
में
लगाया
गया
है।
मलेशिया के इस गायब हुए विमान के बारे में रहस्य और गहराता जा रहा है। वाशिंगटन पोस्ट ने इस विमान में सवार यात्रियों के परिजनों के हवाले से लिखा है कि वह यात्रियों के मोबाइल पर फोन कर रहे हैं और उनके फोन की घंटी भी बज रही है। वांशिगटन पोस्ट की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि विमान में सवार यात्रियों के पास स्मार्ट फोन हैं और सभी फोन पूरी तरह से एक्टिव हैं।
एक व्यक्ति ने तो यहां तक दावा किया है कि उन्होंने विमान में सवार अपने परिजन को चीन की सोशल नेटवर्किंग साइट क्यूक्यू.कॉम पर ऑनलाइन देखा था। वहीं इस दावे पर मलेशियन एयरलाइन ने कुछ भी साफ तौर पर कहने से इंकार कर दिया। कंपनी का दावा है कि लोग परेशान हैं और ऐसी बातें कर रहे हैं, लेकिन इसमें हकीकत नहीं है। कंपनी की मानें तो जिस फोन की रिंग सुनने की बात की जा रही है वह दरअसल क्रू का फोन है न कि किसी यात्री का। वहीं लोग इन सब बातों की वजह से काफी गुस्से में हैं और उनका कहना है कि एयरलाइंस कंपनी इस फ्लाइट को तलाशने में कोई कोशिश नहीं कर रही है।