मेडिसन स्क्वॉयर में नरेंद्र मोदी बोले छोटा हूं, छोटे-छाेटे काम करूंगा
न्यूयॉर्क।
भारत
के
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
न्यूयॉर्क
के
मेडिसन
स्क्वायर
गार्डन
स्टेडियम
में
पूरे
विश्व
को
संबोधित
कर
रहे
हैं।
मोदी
के
भाषण
के
मुख्य
अंश
इस
प्रकार
हैं।
-
अमेरिका
में
रहने
वाले
भारतीयों
की
वजह
से
भारत
पूरे
विश्व
में
ख्याति
प्राप्त
कर
रहा
है।
- जिस वक्त लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे आये उस वक्त अमेरिका में भी हजारों लोग सो नहीं पाये थे। आज मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने हिंदुस्तान आकर महीनों तक रहकर अभूतपूर्व विजय दिलाने में मदद की।
-
30
साल
बाद
जो
जीत
मिली
उसके
परिणाम
किसी
पोलिटिकल
पंडित
के
गले
नहीं
उतरते
थे।
ओपिनियन
पोल
भी
ओपिनियन
बनाने
में
विफल
रहे।
- गरीब से गरीब व्यक्ति की लोकतंत्र में कितन अहमियत है, यह भारत के चुनाव ने बताया, लेकिन चुनाव जीतना सिर्फ पद ग्रहण नहीं होता है। चुनाव जीतना किसी कुर्सी पर विराजने का कार्यक्रम नहीं होता। चुनाव जीतना एक जिम्मेवारी होती है।
-
जबसे
पीएम
बना
हूं,
तब
से
15
मिनट
की
भी
छुट्टी
नहीं
ली
है।
हम
ऐसा
कुछ
भी
नहीं
करेंगे,
जिसके
कारण
आपको
नीचा
दिखने
की
नौबत
आये।
भारत की अपेक्षाओं पर क्या बोले माेदी
- भारत के प्रत्येक व्यक्ति को हमारी सरकार से बहुत अपेक्षाएं हैं। मैं विश्वास से कहता हूं कि यह सरकार जनसामान्य की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में शत प्रतिशत सफल होगी।
-
जब
मैं
गुजरात
का
सीएम
था,
मैंने
कहा
था
जिसको
हिंदुस्तान
आना
है,
जल्दी
कीजिये,
देर
मत
कीजिये।
यहां
रहने
वाला
हर
व्यक्ति
कितने
ही
सालों
से
अमेरिका
में
बसा
हो,
अब
उसे
लगने
लगा
है
कि
एक
पैर
तो
हिंदुस्तान
में
रखना
ही
चाहिये।
-
सारा
विश्व
इस
बात
से
कंविंस्ड
है
कि
21वीं
सदी
एशिया
की
सदी
है।
लेकिन
तमाम
लोग
कहते
हैं
कि
21वीं
सदी
भारत
की
है।
कोई
ऐसे
ही
नहीं
कहता
है,
भारत
के
पास
वो
क्षमता
और
संभावनाएं
हैं।
अब
आप
संजोग
भी
हैं।
-
आप
कल्पना
कीजिये,
आज
हिंदुस्तान
दुनिया
का
सबसे
नौजवान
देश
है।
दुनिया
की
सबसे
पुरातन
संस्कृति
वाला
देश
है।
आज
भारत
में
65
प्रतिशत
जनसंख्या
35
वर्ष
से
नीचे
है।
जिसके
पास
सामर्थवान
भुजाएं
हों,
जिसकी
उंगलियों
में
कंप्यूटर
से
दुनिया
को
जोड़ने
की
ताकत
भरी
हो,
जिस
देश
का
नौजवान
अपनी
सामर्थ
से
भविष्य
बनाने
में
सक्षम
हो,
उस
देश
को
पीछे
मुड़
कर
देखने
की
आवश्यकता
नहीं।
- निराशा का अब कोई कारण नहीं है। मैं बहुत विश्वास के साथ कहता हूं, कि ये देश बहुत तेज गति से आगे बढ़ने वाला है। इन नौजवानों की सामर्थ से आगे बढ़ने वाला है।
भारत के पास 3 ऐसी चीजें हैं, जो दुनिया में किसी के पास नहीं। इन शक्तियों को पहचानने की जरूरत है। हमारी इन तीश शक्तियों को एक दूसरे के साथ जोड़कर मोबिलाइज करें।
1. डेमोक्रेसी-लोकतंत्र: यह हमारी सबसे बड़ी पूंजी है 2. युवा शक्ति 3. डिमांड- दुनिया के बाजार में हर चीज की डिमांड बढ़ रही है।
विकास को एक जन आंदोलन बनायें
- अमेरिका दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र है, भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। सारी दुनिया के लोग, अमेरिका में आकर बसे हैं और भारत के लोग सारी दुनिया में जाकर बसे हैं।
-
अमेरिका
का
कोई
शहर
ऐसा
नहीं
है,
जहां
दुनिया
का
कोई
व्यक्ति
न
मिले,
दुनिया
का
कोई
ऐसा
देश
नहीं
है,
जहां
भारतीय
न
मिले।
-
सरकार
ज्यादा
से
ज्यादा
अपनी
स्कीम
लागू
कर
सकती
है,
सड़क,
स्कूल,
आदि
बनाने
में,
लेकिन
विकास
तब
होता
है,
जब
जन
भागीदारी
होती
है।
-
दुर्भाग्य
से
अब
तक
हमारे
देश
में
सरकारों
ने
डेवलपमेंट
का
ठेका
लिया
था।
हमने
डेवलपमेंट
की
जिम्मेदारी
जनता
के
संग
मिलकर
करने
का
रास्ता
अपनाया।
-
सरकार
का
दायित्व
बनता
है,
गुड
गवरनेंस।
आपकी
पीड़ा
को
मैं
भलीभांति
जानता
हूं।
इसलिये
हमारी
कोशिश
है
कि
हम,
विकास
को
एक
जन
आंदोलन
बनायें।
- करीब हजार बारह सौ साल तक हम गुलाम रहे। इतिहास पलट कर देखें, तो हर समय कोई न कोई जरूर था, जिसने देश के लिये बलिदान दिया। देश के लिये कितना बलिदान दिया गया है। हर युग में महापुरुषों ने देश के लिये बलिदान दिये। वे बलिदान देते थे, फांसी पर चढ़ जाते थे, फिर कोई नया पैदा होता था, फिर वो खत्म हो जाता था, फिर तीसरा आता था।
मंगलयान की उपलब्धि
- भारत में किसी भी शहर में एक किलोमीटर की यात्रा के लिये 10 से 15 रुपए लगता है। हमें पूरी तरह स्वदेशी मंगलयान से मंगल ग्रह पर जाने में सिर्फ 7 रुपए प्रति किलोमीटर लगा।
- 7 रुपए में एक किलोमीटर। यह हमारा टैलेंट नहीं है तो क्या है। दुनिया में हिंदुस्तान पहला देश है, जो पहले ही प्रयास में मंगल पर पहुंचने में सफल हुआ है। और अमेरिका में सिर्फ नीचे ही नहीं मार्स में भी बात कर रहे हैं। 22 को अमेरिका और 24 को हम पहुंच गये। हॉलीवुड की फिल्म बनाने में जितना खर्च होता है, उससे कम खर्च में हम मंगल पर पहुंच गये।
- जिस देश के पास इतना टैलेंट हो, वो देश कई ऊंचाईयां पार कर सकता है। हमने इसके लिये स्किल डेवलपमेंट का बीड़ा उठाया है। इसके जरिये हम आधुनिक हिंदुस्तान खड़ा करेंगे। नई सरकार ने स्किल डेवलपमेंट के लिये पूरा मंत्रालय बना दिया है।
-
हम
दो
प्रकार
के
स्किल
डेवलपमेंट
करना
चाहते
हैं-
पहला
जो
जाॅब
क्रिएटर
बने,
दूसरा
जॉब
पाने
वाले।
-
इतने
सारे
बैंक
होने
के
बाद
भी
भारत
में
50
प्रतिशत
से
ज्यादा
लोगों
के
पास
बैंक
में
खाता
ही
नहीं
है।
-
क्या
सरकार
का
धन
गरीब
के
लिये
काम
नहीं
आना
चाहिये,
क्या
सरकारी
खजाना
सिर्फ
अमीरों
के
लिये
होना
चाहिये।
इन्हीं
सवालों
का
हल
खोजने
के
लिये
जनधन
योजना
लागू
की।
मेक इन इंडिया का प्रोमोशन
- अगर आपको अच्छी गवरनेंस चाहिये, अगर मैनपावर चाहिये और लो कॉस्ट प्रॉडक्ट बनाने हैं, तो भारत से अच्छी कोई जगह नहीं।
-
यह
मेक
इंडिया
कैम्पेन
ही
है,
जिसके
जरिये
आप
मोबाइल
फोन
के
जरिये
भारत
सरकार
से
जुड़
सकते
हैं।
-
मैंने
mygov.in
वेबसाइट
खोली
है,
जिसके
जरिये
आप
भारत
का
भाग्य
बदलने
के
लिये
अपने
सुझाव
दे
सकते
हैं।
-
टेक्नोलॉजी
के
जरिये
हम
अपनी
ताकत
का
प्रदर्शन
कर
सकते
हैं।
-
हमारी
पहली
सरकारें
कानून
बनाने
पर
गर्व
करती
थीं।
हमने
ये
कानून
बनाया,
हमने
वो
कानून
बनाया।
-
मैंने
काम
दूसरा
शुरू
किया
है।
मैंने
कानून
जितने
पुराने
हैं,
बेकार
हैं,
उनको
खत्म
करने
का
शुरू
किया
है।
-
इतने
आउडेटेड
कानून,
ऐसा
जाल,
जिसमें
कोई
भी
गया,
तो
बाहर
निकालना
मुश्किल
हो
जाये।
- अगर हर दिन एक कानून खत्म कर दूं, तो मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी।
- बेकार कानूनों को खत्म करने के लिये हमने एक कमेटी बनायी है।
सफाई अभियान टॉयलेट बनाने का काम
- लोग पूछते हैं, बड़ा विजन बताओ, बड़ा विजन। मैंने कहा भाई देखिये, मैं चाय बेचते-बेचते यहां आया। (मोदी के यह कहते ही स्टेडियम में सभी लोग खड़े हो गये। और मोदी की आंसू भर आये)।
- मैं बहुत ही छोटा इंसान हूं। मैं छोटा हूं, इसलिये मेरा मन भी छोटे-छोटे काम करने में लगता है। और छोटे-छोटे लोगों के लिये काम करने में मेरा मन लगता है।
- छोटा हूं इसलिये छोटे-छोटे लोगों के लये बड़े-बड़े काम करने का इरादा रखता हूं।
-
गंगा
नदी
को
ही
ले
लीजिये।
हमारी
गंगा
शुद्ध
होनी
चाहिये
कि
नहीं,
गंगा
सफाई
में
देशवासियों
की
मदद
करनी
चाहिये
कि
नहीं।
पक्का
करोगे।
- अब तक हजारों करोड़ खर्च हो चुका है। मैंने जब यह बात उठाई तो लोगों ने कहा ये कठिन है। मैंने कहा अगर सरल चीजों को करना होता तो देश मुझे पीएम नहीं बनाता। देश की जिसमें आस्था है, उसमें मेरी भी आस्था है।
- दुनिया में पर्यावरण को लेकर जितनी चिंता होती है, उस दृष्टि से भी गंगा की सफाई आवश्यक है। इतना ही नहीं, गंगा के किनारों की जो अवस्था है- उत्तराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल... आदि हों... करीब-करीब 40 प्रतिशत भारत की आर्थिक प्रगति गंगा मैया पर निर्भर है। इसलिये एक प्रकार से बहुत बड़ा इक्नॉमिक एजेंडा भी है।
प्रवासी भारतीयों के लिये घोषणाएं
- महात्मा गांधी भी एक प्रवासी भारतीय थे। वो जनवरी 2015 में गांधी के भारत में आने के 100 साल हो रहे हैं। जनवरी में ही प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। इस बार प्रवासी भारतीय दिवस अहमदाबाद में होने वाला है। महात्मा गांधी प्रवासी भारतीय बने, तमाम सुख भोग सकते थे, लेकिन नहीं वो भारत आये और उन्होंने भारत को आजादी दिलायी।
- अाज सभी प्रवासी भारतीयों से निवेदन है कि आप भी अपने देश का कर्ज चुकाने के बारे में सोचें।
-
पीआईओ
कार्ड
होल्डर
को
आजीवन
वीजा
दिया
जायेगा।
यह
निर्णय
हमने
लिया
है।
उससे
भी
आगे
जो
लंबे
समय
तक
हिंदुस्तान
में
रहते
हैं,
उनको
पुलिस
थाने
जाना
पड़ता
है,
अब
उन्हें
थाने
नहीं
जाना
पड़ेगा।
- उसी प्रकार से पीआईओ और ओसीआई दोनों के प्रावधानों में फर्क होने के कारण भारतीय मुल्क के लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। खास तौर से स्पाउस के भारतीय नहीं होने पर। कुछ ही महीनाें में हम पीआईओ और ओसीआई स्कीम्स को मिलाकर एक बना देंगे। नई स्कीम तैयार कर देंगे।
-
हमारे
अमेरिका
में
दूतावास,
भारत
में
पर्यटन
के
लिये
आने
वाले
अमेरिकी
पर्यटकों
के
लिये
लॉन्ग
टर्म
वीजा
उपलब्ध
करायेंगे।
-
वीजा
ऑन
अराइवल
भी
दिया
जायेगा,
इससे
पर्यटकों
को
भारत
आने
में
आसानी
होगी।
- आउटसोर्सिंग सर्विस का दायरा बढ़ाया जायेगा, ताकि आपको सरलता से वीजा प्राप्त हो सकेगा।
मोदी ने अंत में कहा, कि आपने मुझे इतना प्यार दिया, इसके लिये आपका आभारी हूं। शायद पिछले 15 साल में किसी राजनेता को इतना प्यार नहीं मिला। मैं आपका कर्ज चुकाउंगा। आपके सपनों का भारत बनाउंगा। हम मिलकर भारत मां की सेवा करें। हमसे जो हो सके, हमारे देशवासियों के लिये करें, जिस धरती में हमने जन्म लिया। इस अपेक्षा के साथ आपका धन्यवाद। भारत माता की जय...
इससे पहले
9:48
बजे:
भारत
का
राष्ट्रगान
मेडिस
स्टेडियम
में
गूंजा।
9:46
बजे।
अमेरिका
का
राष्ट्रगान
शुरू
हुआ।
9:40
बजे:
नरेंद्र
मोदी
मेडिसन
स्क्वायर
पहुंचे।
चारों
तरफ
मोदी-मोदी
की
गूंज।
9:34
बजे:
मिस
अमेरिका
2014
नीना
दुवुलारी
और
वादक
हरि
श्रीनिवासन
मंच
पर
परपॉर्म
करने
पहुंचे।
9:00
बजे:
अमेरिकी
संगीत
में
पूरा
स्टेडियम
झूम
उठा।
8:50
बजे:
कलाकार
ने
मोदी
की
तस्वीर
बनायी।
8:40
बजे:
कविता
कृष्णमर्ति
ने
गीत
गाया
वैष्णव
जन
तो...
मोदी के समर्थक इस वक्त ट्विटर पर जबरदस्त तरीके से सक्रिय हैं।