ISIS सरहदों को नहीं जानते, महीनों में पहुंच सकते हैं यूरोप और अमेरिका :सऊदी अरब
जेद्दाह। सऊदी अरब के राजा अब्दुल्ला ने अमेरिका और यूरोपीय देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि आईएसआईएस या किसी भी आतंकवादी संगठनों की कोई सरहद नहीं होती। मध्य-पूर्व देशों से बाहर निकलने में उन्हें समय नहीं लगेगा। लिहाजा, इनके खिलाफ जल्दी ही अगर सख्त और ताकतवर कदम नहीं उठाए गए तो कुछ ही महीनों में ये अमेरिका भी पहुंच सकते हैं।
ISIS अगले महीने होगें यूरोप में
आईएसआईएस द्वारा एक बार फिर सोशल मीडिया पर लेबनान के लड़ाकू का बर्बरता के साथ सिर कलम करते हुए वीडियो डाला गया है। इन्हीं वारदातों को देखते हुए अब्दुल्ला ने विदेशी राजदूतों को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि 'यदि इन देशों के सरकार ने तत्काल ही कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया तो, आईएसआईएस अगले महीने यूरोप और उसके अगले महीने अमेरिका में होगा। ये आतंकी इंसानियत जैसे किसी धर्म को नहीं मानते। '
आपको बता दें, आईएस आतंकी संगठन ने सीरिया और इराक के कई हिस्सों पर अपना कब्जा जमाया हुआ है। हालांकि अमेरिका के हवाई हमलों की मदद से इराकी सेना को वहां कई क्षेत्रों में आतंकियों को पीछे करने में सफलता मिली है। लेकिन इसे स्थाय़ी नहीं माना जा सकता है।
Saudi
King
Abdullah
Bin
Abdulaziz
warns
of
terror
threat
to
the
world
#ksa
@BarackObama
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pic.twitter.com/OAyo7qWNlD
—
مُحب
متعب
بن
عبدالله
(@KHALLIIIID)
August
30,
2014
ब्रिटेन, अमेरिका ने भी माना ISIS को खतरनाक
अब तो अमेरिका के साथ साथ ब्रिटेन ने भी मान लिया है कि आईएस चरमपंथी अलकायदा और तालिबान जैसे दूसरे सभी आतंकी संगठनों से कहीं ज्यादा खतरनाक और मजबूत है। कुछ ही दिनों पूर्व ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इराक और सीरिया में चल रहे संघर्ष को देखते हुए आशंका जाहिर की थी कि ब्रिटेन के खिलाफ कभी भी 'आतंकवादी हमला' हो सकता है।
आतंकियों को आर्थिक सहायता नहीं करते: अब्दुल्ला
अंग्रेजी अखबार डेली मेल के अनुसार, सऊदी अरब के राजा ने विदेशी राजदूतों से कहा कि, आईएसआईएस की क्रूरता के साथ वो क्या कर रहे हैं और क्या कर सकते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। इसीलिए सभी देशों के राष्ट्रध्यक्षों तक यह संदेश पहुंच जाना चाहिए कि आतंकवाद के खिलाफ शीघ्र, ताकतवर और उचित कदम उठाएं। वहीं, आतंकियों को आर्थिक सहायता पहुंचाने की बात को अब्दुल्ला साफ तौर पर नकार गए।