भारत के 'मंगल यान' ने किया 80 प्रतिशत सफर पूरा
इस अंतरिक्ष यान के लिए 60 दिन यानि की 24 सितंबर तक की समयसीमा निश्चित की गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि यान अभी तक 540 मिलियन किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है। इसरो ने अपनी सोशल साइट कहा है कि, 60 दिनों में यान मंगल की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा। उन्होंने बताया कि पांच अंतरिक्ष उपकरण ले जा रहा यह मंगलयान और यह मिशन अच्छी स्थिति में है।
अंतरिक्षयान को उसकी यात्रा के क्रम में बनाए रखने के लिए बीच रास्ते में समय समय पर तकनीकी गड़बड़ियों को दूर किया जाता है।
इस पूरे मंगल मिशन में करीब 450 करोड़ रुपए की लागत लगी है। इस मंगल मिशन का प्रक्षेपण पिछले वर्ष 5 नवंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से किया गया था। इसने पृथ्वी की कक्षा को 1 दिसंबर को छोड़ा था। इस मिशन का मकसद वैज्ञानिक समुदाय को मंगल ग्रह के बारे बेहतर ढंग से अनुसंधान करने का अवसर प्रदान करना है।