1 अगस्त: आज के दिन पाकिस्तान ने चली थी ये शतरंज़ी चाल!
कभी पाकिस्तान को आनन-फानन राजधानी बदलनी पड़ी थी। 1960 में आज ही के दिन इस्लामाबाद को कराची की जगह देश की नई राजधानी बनाने का एलान हुआ।
जब पाकिस्तान बना तो शुरुआत में कराची राजधानी बनाने के कई कारण थे, बड़ा होने के अलावा शहर से लगा बंदरगाह भी था जो व्यापार के लिए भी अहम था। देश की राजधानी होने के नाते कला और संस्कृति से लैस होने के अलावा राजधानी के लिए ऐसा शहर चाहिए था जहां हर पहलू को हल करने के लिए जगह व माहौल हो।
1959 में राष्ट्रपति मुहम्मद अयूब खान के नेतृत्व में रावलपिंडी के पास के इलाके को राजधानी के लिए चुना गया, जिसका नाम इस्लामाबाद रखा गया। इस्लामाबाद को राजधानी बनाने का एक कारण यह भी था कि यह पाकिस्तान की सेना के मुख्यालय, रावलपिंडी और विवादित इलाके कश्मीर से करीब है।
ग्रीस के वास्तुकार कोस्टांटिनोस ए डोक्सिआडिस ने इस्लामाबाद का एक आधुनिक शहर के रूप में तैयार किया। रावलपिंडी को अस्थायी राजधानी बना गया। तोसबसे प्रमुख कारण यही था कि कश्मीर का विवादित इलाका इस्लामाबाद के करीब ही था।