आइस बकेट चैलेंज के को-फाउंडर कोरे ग्रिफिन की मौत
मेसाच्यूसेट्स।
सोशल
मीडिया
साइट
पर
इस
समय
एएलएस
आइस
बकेट
चैलेंज
काफी
पॉपुलर
हो
चुका
है
लेकिन
पिछले
शनिवार
इस
पॉपुलर
चैलेंज
के
को-फाउंडर
कोरे
ग्रिफिन
की
एक
डाइविंग
हादसे
में
मौत
हो
गई।
इस हादसे से पहले ग्रिफिन चैरिटी के लिए 100,000 डॉलर अपने दोस्त पीटर फ्रेट्स के साथ मिलकर इकट्ठा कर लिए थे।
अमेरिका के न्यूजपेपर बोस्टन ग्लोब की खबर के मुताबिक ग्रिफिन एक बिल्डिंग से पानी में कूदे। इस बिल्डिंग से वह स्ट्रेट व्हार्फ, जो कि एक आइसलैंड पर काफी मशहूर डाइविंग स्पॉट है, वहां पर कूदे थे।
पानी में गिरने के बजाय पर जमीन पर गिर गए और उनकी मौत हो गई। ग्रिफिन की उम्र 27 वर्ष थी।
ग्रिफिन ने वर्ष 2012 में आइस बकेट चैलेंज की शुरुआत उस समय की थी जब उनके दोस्त फ्रेट एक बीमारी से जूझ रहे थे। इस चैलेंज को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया ताकि लोगों में जागरुकता लाई जा सके।
इस चैलेंज का मकसद दिमागी से जुड़ी बीमारियों के इलाज के वास्ते फंड इकट्ठा करना था। फ्रेट को अपने दोस्त की मौत पर यकीन ही नहीं हो रहा है।
आइस बकेट चैलेंज अब किसी भी बीमारी के लिए फंड इकट्ठा करने वाले सबसे बड़े और सबसे सफल अवेयरनेस कैंपेन के तौर पर बन चुका है।
एएलएस एसोसिएशन की मानें तो अब तक इस चैलेंज के जरिए 31.5 मिलियन डॉलर इकट्ठा किए जा चुके हैं। जबकि पिछले वर्ष 2013 में सिर्फ 1.9 मिलियन डॉलर ही इकट्ठा हो सके थे।