घाटे में दौड़ रही है चीन में बुलेट ट्रेनें - विशेषज्ञ
मुंबई से अहमदाबाद के बीच हाई स्पीड ट्रेन और दिल्ली से आगरा के बीच सेमी बुलेट ट्रेन चलाने के प्रयोग के साथ ही भारत में इस नेटवर्क को शुरु करने के लिए अरबों का निवेश किया जा रहा है।
बुलेट ट्रेनों की बात करें तो इस मामले में जापान और चीन को काफी आगे माना जाता है। लेकिन आपको बता दें, हाई स्पीड ट्रेनों के लिए विख्यात चीन की बुलेट ट्रेन फिलहाल भारी घाटे में चल रही है। हाई स्पीड रेल नेटवर्क के ज्यादातर मार्गों पर बुलेट ट्रेनें यात्रियों की भारी कमी से जूझ रही है। यहां तक की कई विशेषज्ञों का कहना है कि चीन को अब बुलेट ट्रनों के पर खर्च करने की बजाय रेलरोड नेटवर्क और शहरी परिवहन के सस्ते और सुगम यातायात पर ध्यान देना चाहिए।
विशेषज्ञों के अनुसार बीजिंग और शंघाई को छोड़कर सारे हाई-स्पीड रेल लाइन नेटवर्क घाटे में है और अगर ज्यादा दिनों तक यही हालात रहे तो चीन रेलवे कॉरपरेशन को इसका भारी घाटा उठाना पड़ेगा। लिहाजा, आर्थिक दृष्टिकोण से अब चीन का इस दिशा में विस्तार करना सही निर्णय नहीं साबित होगा। चीन रेलवे कॉरपरेशन के अनुसार उसने चीन में लोगों की डिमांड को देखते हुए नए सर्विस की शुरुआत की थी, जिसके अंर्तगत 4, 894 ट्रेनों को शुरु किया गया था। इनमें से 2, 660 हाई-स्पीड बुलेट ट्रेन है, जो 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती है।
चीन के पास दुनिया का सबसे लंबा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क है। साथ ही चीन अपनी हाई-स्पीड रेलवे टेक्नोलॉजी को तुर्की, थाईलैंड और लंदन जैसे दूसरे देशों में भी जम कर प्रमोट कर रहा है। वहीं, पिछले वर्ष की आधिकारिक रिपोर्ट को देखें तो चीन के रेलवे पर विभिन्न बैकों 43 बिलियन डॉलर का कर्ज बकाया है।