ISIS ने खोली बराक ओबामा और डेविड कैमरन की पोल !
वाशिंगटन। आईएसआईएस आतंकियों द्वारा जेम्स फोले के बाद एक और अमेरिकन के सिर कलम होने की घटना से दुनिया स्तब्ध है। आईएस आतंकियों ने मंगलवार को एक अमेरिकन पत्रकार स्टीवन सोटोलॉफ का सिर कलम का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया। इस वीडियो के जरिए आतंकी अमेरिका को दूसरी बार चेतावनी दे रहे हैं।
वीडियो में आतंकियों ने कहा कि अमेरिका इराक में हवाई हमलों के जरीए हस्तक्षेप करना बंद करे। साथ ही उन्होंने एक ब्रिटिश बंधक को दिखाकर कहा कि अगला निशाना ये ब्रिटिश होगा।
ओबामा
कर
रहे
हैं
नजरअंदाज
!
एक ओर जहां दुनिया आईएसआईएस की बर्बरता से परेशान हैं, वहीं ऐसा लग रहा है जैसे इन घटनाओं का अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा पर कुछ ज्यादा असर नहीं हो रहा। जेम्स फोले की हत्या के बाद ओबामा का गोल्फ खेलने जाना अभी अमेरिका की आंखों में चुभ ही रहा था कि एक और अमेरिकन पत्रकार की हत्या कर दी गई।
सोटोलॉफ की हत्या के बाद हुए गायब
सोटोलॉफ की सिर कलम का वीडियो जारी होने के बाद लोगों को राष्ट्रपति के बय़ान का इंतजार था। लेकिन बराक ओबामा इस पूरे परिदृश्य से ही गायब रहे। ओबामा की चुप्पी ने लोगों को और बौखला दिया है। लिहाजा, सोटोलॉफ की हत्या के बाद ओबामा की जमकर निंदा की जा रही है।
गौरतलब है कि सोटोलॉफ के हत्या की वीडियो जारी होने के महज तीन घंटों बाद ही राष्ट्रपति ओबामा इस घटना पर बिना कोई बयान दिए, NATO सम्मेलन में शामिल होने तीन दिनों के लिए यूरोप चले गए। वहीं, अमेरिका में अधिकारियों ने कहा कि खुफिया एजेंसियां वीडियो के वास्तविकता की जांच कर रही है।
सोटोलॉफ को बचाने का किया था प्रयास !
वहीं, व्हाईट हाउस के रोजना संवाददाता सम्मेलन के दौरान फैली व्हाईट ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हम आईएसआईएस से निपटने के लिए व्यापक स्ट्राटेजी का बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने सोटलॉफ को बचाने के प्रयास में काफी समय एवं संसाधन लगाया।
वहीं, अमेरिका की राजनीतिक पार्टी जियोर्जिया रिपब्लिकन की ओर से ट्विटर किया गया कि आईएसआईएस से निपटने का सिर्फ एक तरीका है, वो है उनकी हत्या। वहीं, कैलिफोर्निया डेमोक्रेटिक के सीनेटर ने कहा कि, इस सब घटनाओं को लेकर ओबामा काफी सतर्क हैं।
कैमरन भी नहीं हैं सतर्क
वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन द्वारा भी आईएसआईएस आतंकियों पर इन दिनों कई बयान दिए गए। लेकिन आलोचकों का मानना है कि कैमरन आतंकवाद को लेकर उतने गंभीर नहीं है, और न ही ब्रिटेन की आतंकवाद पॉलिसी उतनी मजबूत है। लोगों का मानना है कि स्थिति इतनी गंभीर होने के बावजूद कैमरन पॉलिसि को मजबूत करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे। बल्कि उनकी ओर से ये घोषणा सांसद डॉगलस कार्सवेल की दलबदल से ध्यान हटाने की कोशिश के रूप में दिया जा रहा है।