बंगलादेशियों को सताने लगा है मोदी का डर
हमारे चुनाव में बंगलादेशियों की दिलचस्पी की खास वजह है नरेंद्र मोदी और मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी के सरकार बनने की संभावना। गुजरात में हुए 2002 के दंगों के बाद से ही मोदी का नाम बांग्लादेश में लोग जानते हैं। इन दंगों में तक़रीबन एक हज़ार लोग मारे गए थे, जिसमें ज़्यादातर मुस्लिम थे।
इन दंगों में मोदी की विवादास्पद भूमिका के बावजूद कई बांग्लादेशियों को मोदी से डर लगने लगा है। उनके भीतर इस बात का डर है कि मोदी का जुड़ाव कट्टरवादी हिंदुत्ववादियों से है, जिनमें मुस्लिमों को लेकर नाराजगी है। ऐसे में अगर मोदी बारत के प्रधानमंत्री बने है तो बंगलादेशियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। बंगलादेश के ज़्यादातर युवा मोदी को मुस्लिम विरोधी नेता के तौर पर देखते हैं।
ऐसे में उन्हं डर सता रहा है कि अगर मोदी भारत के पीएम बनें तो उनके लिए भारत में घुसने के कई रास्ते बंद हो जाएंगे। गौरतलब है कि इससे पहले एक चुनावी रैली में मोदी ने कहा था कि अगर वो देश के प्रधानमंत्री बनते है तो पाकिस्तान का सही इलाज करेंगे। मोदी की इस बात को पाकिस्तान के लिए चेतावनी के तौर पर देखा जा रहा है। उसी तरह अब बंगलादेशियों को बी लगने लगा है कि मदी उनके लिए ठीक नहीं है। जबकि कई ऐसे भी है जो मानते है कि अग मोदी पीएम बनते है तो दोनों देशों के बीच संबंध अच्छे बनेंगे।