इजरायल-गाजा संघर्ष में बलि चढ़ गए अब तक 496 बच्चे- यूनिसेफ
गाजा। इजरायल और आतंकी संगठन हमास की युद्ध में गाजा में रहने वाले लाखों नागरिकों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस युद्ध में जहां लाखों लोग अपना घर छोड़कर जाने के लिए बेबस हो गए हैं। वहीं, हजारों के संख्या में इन्हें इजरायल के हमले का शिकार बनना पड़ रहा है। खासकर यहां बच्चों की हालत बहुत ही दयनीय है।
यूनिसेफ के एक अधिकारी ने कहा कि गाजा में अब तक कुल 496 बच्चे मारे जा चुके हैं। वहां स्थिति बहुत भयानक है और वहां आम जनता पर इसका बहुत ही बुरा असर पड़ रहा है। वहां स्कूलों में क्लास खाली हैं। क्योंकि ज्यादातर बच्चे इस युद्ध की भेंट चढ़ चुके हैं।
9 और बच्चों की मौत
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गाजा के कब्जे वाले फलिस्तीनी क्षेत्र में यूनीसेफ के क्षेत्रीय अधिकारी परनिल आयरनसाइड ने बताया कि 'पिछले 48 घंटों में नौ बच्चे और मारे गए हैं. दुर्भाग्यवश इसके साथ ही इस सुबह तक मारे गए बच्चों की संख्या 469 हो गई है.'लोंगों की मौत, उनके घायल होने और इमारतों के धवस्त होने से शारीरिक स्तर पर लोगों पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है, खास तौर से बच्चे युद्ध के कारण भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से अस्थिर हो जाते हैं।
बच्चे नहीं समझते हैं खुद को सुरक्षित
गाजा में एक वर्ष अनुभव हासिल कर चुके, कनाडा में जन्मे मानवाधिकार अधिवक्ता और बच्चों के जानकार ने बताया कि बच्चे महसूस करते हैं कि कहीं भी जाना सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा, 'बच्चों में सुरक्षा की भावना पैदा करने की जरूरत है। जो कि यहां खत्म होती जा रही है। वे खुद को कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं करते ।
'उन्होंने कहा, 'मैंने आज जब बच्चों से बात की, मैंने पाया कि उन्होंनें अपने परिवार के साथ सामान्य बातचीत करना छोड़ दिया है। उन्हें भयंकर सपने आते हैं, वे अपने माता-पिता को भी बाहर नहीं जाने देना चाहते हैं।'