भारत ही नहीं, यूरोप में भी धूमधान से मना जन्माष्टमी, 70,000 लोग हुए शामिल
लंदन। जन्माष्टमी का पर्व सिर्फ पूरे भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। आपको बता दें, यूरोप के वाटफोर्ड में बने भक्तिवेदांता मनोर हरे कृष्णा मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी का भव्य आयोजन होता है। इस साल पूरे यूनाइटेड किंगडम से लगभग 70,000 लोगों ने जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर इस आयोजन में शामिल हुए।
कृष्ण जन्मोत्सव त्योहार के दिन इस मंदिर के साथ साथ पूरे परिसर को भी खूबसूरती के साथ सजाया जाता है। साथ ही यहां, संगीत, नृत्य, ड्रामा, फेस पेटिंग समेत कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। इस साल आकर्षण का सबसे बड़ा केन्द्र रहा यहां बनाया गया वृंदावन। जी हां, यहां वृंदावन के कुछ भागों को बड़ी सुंदरता के साथ बनाया गया है, जहां कृष्ण ने खेल खेलकर अपना बचपन बिताया था।
हिंदु मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म द्वापर युग में इसी दिन हुआ था। यूरोप में स्थित इस मंदिर में 1,500 लोगों ने स्वयंसेवक के तौर पर काम किया। जिन्होंने इस पूरे उत्सव को सफलतापूर्वक आयोजित करने में भरपूर योगदान दिया। भारत के बाहर मनाये गए कृष्ण जन्मोत्सव में यह कुछ सबसे बड़े आयोजनों में से एक है।
हरे कृष्णा मंदिर के अध्यक्ष श्रुतिधर्मा दास ने कहा कि, "जन्माष्टमी का त्यौहार हम सबसे लिए काफी महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि जन्माष्टमी के त्योहार के वक्त इस मंदिर का वातावरण पूर्ण भक्तिमय हो जाता है। हमें गर्व है कि यूरोप में भी लोग इतनी तल्लीनता और हर्षोउल्लास के साथ भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाते हैं।"