जानिए कैसे पता लगाते हैं ISIS आतंकी कौन है शिया?
नयी दिल्ली। इराक में आईएसआईएस का आतंक खत्म होने के नाम नहीं ले रहा हैं। आतंकवादी एक के बाद एक कर इराक के शहरों को अपने कब्जे में लेते जा रहे हैं। आतंकी मौत का खेल रहे हैं तो इराक सेना लाचार बनी हुई हैं। आईएसआईएस के खूंखार आतंकवादी खोज-खोजकर शिया मुसलमानों का कत्लेआम कर रहे हैं। मौत का तांडव मचा हुआ हैं। वे शियाओं को पहचानने के लिए जिन तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, वे दिल दहला देने वाले हैं।
दुनिया के सबसे अमीर और हाईटेक माना जाने वाला ये आतंकी संगठन अपने अगल तरीकों के लिए हमेशा से मशहूर रहा है। आईएसआईएस का मानना है कि शिया अधर्मी और विश्वासघाती होते हैं और इस्लाम को पवित्र बनाने के लिए उनका कत्ल जरूरी है। उनके इरादे खौफनाक है तो निशाने पर शिया मुसलमान है। हलांकि सालों से शिया और सुन्नी में इस बात को लेकर लड़ाई चलती रही है कि पैगंबर मोहम्मद का असली उत्तराधिकारी कौन है। इराक में शिया होना अब तक का सबसे बड़ा गुनाह है, क्योंकि आईएसआईएस आतंकवादी शिया को पहचानते ही मार देते हैं। लेकिन सवाल ये कि ये आतंकी कैसे पहचानते है कि वो शिया है या सुन्नी...स्लाइट्स के जरिए ISIS का शिया मुसलमानों को पहचानने का तरीका
नाम से होती है पहचान
ISIS के आतंकी इराकी पहचान पत्र या पासपोर्ट पर नाम देखकर अंदाजा लगा लेते हैं कि वह शिया है या सुन्नी। शियाओं अपने नाम में हुसैन, हसन और अब्बास जैसे शब्द जोड़ते है, क्योंकि वो मानते है कि इस्लाम धर्म को पैंगबर मोहम्मद के बाद उनके दामाद अली और उनके बेटे हसन और हुसैन ने। हलांकि सुन्नियों में भी ये नाम मिल जाते हैं लेकिन आईएसआईएस आमतौर पर इन नाम वालों को शिया मानता है।
इलाका से पता करते हैं पहचान
इराक के हर प्रांत और हर शहर में ऐसे कुछ खास इलाके हैं जहां शिया रहते हैं। जो लोग उन इलाकों के रहने वाले हैं उन्हें कत्ल किये जाने की संभावना बहुत ज्यादा है।
नमाज का तरीका
शिया और सुन्नी मुसलमानों के नमाज पढ़ने का तरीका अलग है। जहां सुन्नी नमाज के वक्त अपनी बाहों को पेट के पास मोड़ लेते हैं वहीं शिया उन्हें खुला रखते हैं और हथेलियों को जांघों पर रखते हैं।
संगीत से होती है पहचान
मोबाइल में किस तरह का म्यूजिक है, इसके आधार पर भी शिया और सुन्नी की पहचान की जा रही है। शिया लोगों के मोबाइल में शिया धार्मिक गाने होते हैं। किसी की मोबाइल रिंग टोन से भी पता चल सकता है।
सवाल पूछकर करते हैं पहचान
आतंकी शिया-सुन्नी मुसलमानों में पहचान करने के लिए उनसे सवाल करते हैं। अगर जबाव उनके अनुकुल होता है तो ठीक वरना वो उसका कत्ल कर देते हैं।