ISIS दुनिया का सबसे अमीर और हाईटेक आतंकी संगठन, मोटी सैलरी पाते हैं आतंकवादी
नयी दिल्ली। इराक इन दिनों भीषण आतंक की चपेट में है। देश आतंक की आग में बुरी तरह झुलस रहा है। इराक को आतंक के चक्रव्यूह ने बुरी तरह तोड़कर रख दिया है। खून की होलियां खेली जा रही हैं। इन सब के बीच एक ऐसा आतंकी संगठन ऊभर कर सामने आया तो चंद दिनों में ही इतना शक्तिशाली हो गया कि दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत उसका मुकताबला नहीं कर पा रही है।
कुछ दिनों पहले यह संगठन उस वक्त सुर्खियों में आया, जब इसने 1700 इराकी सैनिकों की हत्या करने से जुड़ी तस्वीरें ऑनलाइन पोस्ट की। आईएसआईएस की एक-एक करके इराक के शहरों पर कब्जा करता जा रहा है आईएसआईएस आतंकी संगठन आज बड़ी ताकत के तौर पर ऊभर गया है। यह संगठन अबतक इराक में 10 हजार से भी ज्यादा सैनिकों को सरेआम मौत के घाट उतार चुका है। साल 2013 में जन्मा ये आतंकी संगठन आज दुनिया का सबसे अमीर आतंकवादी संगठन बन गया है। तस्वीरों के जरिए देखिए इस आतंकी संगठन से जुड़ी कुछ अहम जानकारी...
ISIS की कमाई अरबों में
आतंकी संगठन आईएसआईएस यानी इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया दुनिया का सबसे अमीर आतंकी संगठन है जिसका सालाना बजट 220 अरब डॉलर का है। आईएसआईएस की वर्तमान में कुल संपत्ति 14 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की है। आईएसआईएस की आय का मुख्य स्रोत एक्टॉर्शन है। इसके अलावा, यह संगठन ट्रक चालकों और व्यापारियों से भी पैसे वसूलता है। संगठन ने कई बैंक और गोल्ड शॉप में भी लूट की है।
दहशतगर्दी की नई पाठशाला
आईएसआईएस ने बेरहमी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इसने इराक में जिस तरह से कत्लेआम के वीडियो जारी किए हैं उससे पूरी दुनिया को दहलाकर रख दिया है। इस वक्त आतंक की यह ऐसी 'पाठशाला' है जहां दहशतगर्दी के रोज नए आयाम लिखे जाते हैं।
टेकनोलॉजी और सोशल मीडिया का होता है इस्तेमाल
आईएसआईएस पहला ऐसा आतंकी संगठन है जो सोशल मीडिया पर भी अपना प्रभाव मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में संगठन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इराकी सैनिकों के नरसंहार की तस्वीरें पोस्ट की थीं। इस आतंकवादी संगठन ने एक एंड्रॉइड एप्लिकेशन भी लॉन्च किया है। ऐप का नाम है, 'द डॉन ऑफ ग्लैड टाइडिंग्स'।
टेक सेवी बन रहे हैं दहशतगर्द
आईएसआईएस के आतंकवादी सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल करते हैं। इनका आतंकी ऐप सीरिया, इराक और इस्लामिक दुनिया की खबरें देता है। इराकी जनता में डर पैदा करने के लिए आईएसआईएस सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है। यह आतंकी संगठन दुनिया में सबसे बड़े और आधुनिक आतंकवादी संगठन के तौर पर खुद को पेश करना चाहता है।
मोटी पगार के बदले कत्लेआम
इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया एक जिहादी संगठन है, जो इराक और सीरिया में सक्रिय है। इसकी स्थापना अप्रैल 2013 में हुई और यह काफी तेजी से बढ़ रहा है। इस संगठन में आतंकियों को भारी सैलरी दी जाती है जिसके बदले में वह कल्तेआम करते है।
आका की सुनते है आदेश
अबु बकर अल बगदादी आईएसआईएस आतंकी संगठन का मुखिया है। उसे कभी भी अपनी पहचान जाहिर नहीं करता। इसकी जो तस्वीर मीडिया में है वह कई साल पुरानी है। कमांडरों से बात करते हुए मास्क पहनता है जिससे इसे कोई भी देख नहीं पाता है।
कत्लेआम के बाद केक
बगदादी के एक आदेश पर उसके हजारों लड़ाके कत्लेआम मचाने में कोई कसर नहीं छोड़ते है। यह संगठन हर कत्लेआम के बाद केक काटकर खुशी मनाता है। चूंकि संगठन का बजट अरबों डॉलर का है इसलिए इसके लड़ाकों को पैसे की चिंता नहीं होती है।
भारत पर कब्जा चाहता है ISIS
आईएसआईएस का एक ही मकसद है- कट्टर सुन्नी इस्लामिक राष्ट्र तैयार करना। आईएसआईएस की मंशा पूरे मिडल ईस्ट और उत्तरी अफ्रीका के कुछ हिस्सों पर प्रभुत्व जमाना है। इसके अलावा, इस संगठन के सपने में जिस इस्लामिक वर्चस्व वाली दुनिया की तस्वीर है, उसका एक हिस्सा भारत भी है।
अलकायदा को पछाड़ आगे बढ़ गई ISIS
इराक में आईएसआईएस के अचानक से मजबूत होने की एकमात्र वजह है यहां शिया-सुन्नी का बढ़ता विवाद। आईएसआईएस लड़ाके खुद सुन्नी हैं और संगठन में नए रंगरूटों की भर्ती की दिशा में दोनों समुदायों के बीच की तनाव आग में घी का काम कर रहा है।