महिलाओं को हेलमेट पहनने से रोकता प्रियंका चोपड़ा का अंदाज
नई
दिल्ली(विवेक
शुक्ला)
राजधानी
में
दोपहिया
वाहन
चलाने
वाली
महिलाएं
हेलमेट
न
पहनने
के
नए-नए
बहाने
खोज
रही
हैं।
कुछ कह रही हैं कि चूंकि उनके सेट बाल खराब हो जाएंगे इसलिए वह हेलमेट नहीं पहन रही,तो कुछ पुलिस के कब्जे में आने पर कहती हैं कि हम उस हेलमेट को खोज रहे हैं जो एक एड में प्रिंयंका चोपड़ा ने पहना था।
रोज-रोज का झगड़ा
कुल मिलाकर दिल्ली पुलिस का बिना हेलमेट कर वाहन चलाने वाली औरतों से रोज की किच-किच बढ़ गई है। उसने बीते पांच दिनों के भीतर बिना हेलमेट पहनकर दो पहिया चलाने वाली 16 हजार औरतों पर चालान किए हैं।
दिल्ली में दुपहिया वाहन चलाने वाली महिला और उसके पीछे बैठकर सवारी करने वाली महिलाओं को हेलमेट पहनना जरूरी हो गया है। हालांकि सिख महिलाओं पर बिना हेलमेट पहने दुपहिया चलाने पर कोई एक्शन नहीं होगा।
इस बीच,राजधानी हेलमेट पहनने से बचने के लिए सिख धर्म अपना रही हैं बहुत सी महिलाएं। आप यह भी कह सकते हैं कि वे अपने को सिख बता रही हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, बड़ी तादाद में दुपहिया चलाने वाली
महिलाओं ने जाली प्रमाणपत्र ले लिए हैं सिख संगठनों से जो उन्हें सिख बताते हैं। इसके चलते वे बिना हेलमेट के धड़ल्ले से दुपहिया चला रही है।
जाली प्रमाणपत्र
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस इस तरह के जाली प्रमाणपत्र लेकर घूमने वाली औरतों के खिलाफ अभियान छेड़ेगी।
इस तरह की औरतों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि एक पुलिस अफसर ने माना कि अगर कोई महिला कहती है कि वह सिख धर्म को मानती है तो उनके लिए भी उसके खिलाफ एक्शन लेना कठिन होगा।
इस बीच, आईआईटी,दिल्ली के रोड ट्रांसपोर्ट विभाग से जुड़े डा. महेश शर्मा मानते हैं कि सभी दुपहिया चालकों को हेलमेट पहनने के लिए कहा जाना चाहिए। सारा मामला तो इंसान की सुरक्षा का है।
उन्होंने कहा कि हेलमेट न पहनने के कारण कितने लोगों की जान जाती है सड़के हादसों में, यह सबको पता है।