सात मिलियन डॉलर से एक और 26/11 की साजिश में हाफिज सईद
नई
दिल्ली।
लश्कर-ए-तैयबा
प्रमुख
हाफिज
सईद
जिसने
नवंबर
2008
में
मुंबई
हमलों
के
साथ
भारत
को
दहलाया
था,
एक
बार
फिर
से
भारत
को
दहलाने
की
साजिश
कर
चुका
है।
इंटेलीजेंस ब्यूरों की एक रिपोर्ट पर अगर यकीन करें तो हाफिज सईद इस बार पीओके में आई बाढ़ का फायदा उठाकर, एक बड़ा फंड इकट्ठा करने की कोशिशों में हैं। अपनी इन कोशिशों को वह भारत को फिर से दहलाने के मकसद में प्रयोग कर सकता है।
पांच मिलियन डॉलर से दहली मुंबई
जम्मू-कश्मीर की तरह ही पीओके भी भयंकर बाढ़ का सामना करने को मजबूर है। ऐसे में हाफिज सईद, जो कि लश्कर से अलग जमात-उद-दवा नाम का एक और संगठन भी चलाता है, वहां पर मौजूद है और राहत कार्यों में लगा हुआ है।
अक्टूबर 2005 में पीओके के साथ ही साथ कश्मीर घाटी भी भूकंप से दहल गई थी। उस समय भी हाफिज वहां पर था और उसने कई तरह के राहत कार्यों के साथ पांच मिलियन डॉलर की रकम इकट्ठा कर ली थी।
विशेषज्ञों की मानें तो उस रकम का प्रयोग उसने 26/11 को प्रायोजित करने के लिए किया था। इस बार भी बाढ़ की आड़ में वह ज्यादा से ज्यादा रकम इकट्ठा करना चाहता है।
कहीं न कहीं हाफिज सईद एक बार फिर से भारत में बड़े पैमाने पर आतंक फैलाने की साजिश को अंजाम देने की कोशिशों में लगा हुआ है। आपको बता दें कि जिस जमात-उद-दवा के दम पर हाफिज सईद धर्मार्थ कार्यों को करने की बात करता, उसे हाल ही में अमेरिका ने बैन कर दिया है।
जानवरों की खाल से कमाए नौ मिलियन डॉलर
पिछले वर्ष हाफिज सईद जानवरों की खाल इकट्ठा कर नौ मिलियन डॉलर की रकम इकट्ठा की है। जिस तरह से हाफिज लगातार फंड इकट्ठा कर रहा है, उसके बाद विशेषज्ञों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
उन्हें इस बात का डर है कि अगर हाफिज ने फिर से अपने मंसूबों को पूरा करने में कामयाबी हासिल कर ली तो क्या होगा?