इन पायलटों को रहता है कंपनी से निकाले जाने का इंतज़ार!
भारत में एयर इंडिया और इंडियन के अलावा कई प्राइवेट एयरलाइंस जैसे जेट एयरवेज, सहारा, एयर डेक्कन, स्पाइस जेट, इंडिगो आदि हैं जिनमें अनुभवी पायलटों को हाथों-हाथ लिया जाता है। इसके अतिरिक्त कई इंटरनेशनल एयरलाइंस जैसे यूनाइटेड एयरलाइंस, एयर कनाडा, वर्जिन अटलांटिक, क्वांटस, लुफ्तांसा, एयर कनाडा, ब्रिटिश एयरवेज जैसे कई नाम हैं जहां योग्य उम्मीदवारों को पायलट के रूप में करियर के अवसर मिलते हैं।
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हवाई किराये की प्रतियोगिता में एयर एशिया जैसी दिग्गज कंपनियों का बाजार में कदम रखना कॉमर्शियल पॉयलटों के भविष्य को सुनहरा कर सकता है। अगर सरकारी विमानन कंपनी पायलटों का लाइसेंस कैंसिल नहीं करती है, तो प्राइवेट कंपनियां उन्हें अपने यहां मोटी सैलरी पर नौकरी दे देती हैं। पहले भी इस तरह की खबरें आ चुकी हैं कि विमानन कंपनी से निकाले गए पायलटों को अपनी पहली नौकरी से ज्यादा वेतन का ऑफर मिला।
यह करिअर ऐसा है, जहां एक बार भरी गई उड़ान, अक्सर सफलता की ऊंचाइयों पर ही ले जाती है। अनुभव और योग्यता के बलबूते नौकरी जाने का अफसोस नहीं रहता व आसानी से नई एयरलाइंस ज्वाइन करने के मौके खुले रहते हैं।