नरेन्द्र मोदी चाहते थे कि दूसरी शादी कर लें उनकी पत्नी जसोदा बेन
लेखक विजय नाहर के मुताबिक नरेन्द्र मोदी के पिता और घरवाले कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन पर गौना (मुकलावा) करने का दबाव डालने लगे। इस पर मोदी ने अपने पिता से कहा कि वे लड़की वालों से स्पष्ट कह दें कि मैं विवाह नहीं करने वाला, वे अपनी लड़की का अन्यत्र विवाह कर दें। क्योंकि मोदी गौना करके गृहस्थी बसाने के लिए तैयार नहीं थे।
नाहर ने लिखा है कि मोदी की शादी घांची परिवार की परंपरा के मुताबिक बचपन में ही हो गई थी। इसलिए गौना जवान होने पर ही किया जाना था। लेकिन मोदी ने गौना करवाने से मना कर दिया। हालांकि जसोदा बेन के दिए इंटरव्यू के मुताबिक वे करीब तीन साल तक अपने ससुराल में रही थीं। नाहर ने किताब में लिखा है कि मोदी रेलवे स्टेशन पर चाय व पानी की बोतलें बेचने के साथ ही एक ऑयल फैक्ट्री में तेल के पीपे उठाते थे।
उन्हें एक पीपा उठाने के 5 पैसे मिलते थे। मोदी अपना खर्चा खुद चलाने के लिए ऎसा करते थे। इस किताब में नरेन्द्र मोदी और अरविंद केजरीवाल की 14 पन्नों के लेख में तुलना की गई है। जबकि राहुल गांधी का जिक्र ज्योतिष वाले लेख में दो बार सिर्फ उनकी राशि को लेकर हुआ है। इसी लेख में सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के भविष्य फल की तुलना मोदी से की गई है।