नरेंद्र मोदी से मिले जॉन कैरी, वीजा विवाद के लिए जॉर्ज बुश को बताया जिम्मेदार
डिफेंस
डील
और
व्यापार
पर
चर्चा
नरेंद्र
मोदी
और
कैरी
की
इस
मुलाकात
के
दौरान
दोनों
देशों
के
बीच
द्विपक्षीय
व्यापार
के
अलावा
डिफेंस
डील
को
बढ़ाने
के
बारे
में
बातचीत
हो
सकती
है।
जॉन कैरी इस दौरान नरेंद्र मोदी के सामने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात और आतंकवाद पर भी चर्चा कर सकते हैं और साथ ही साथ न्यूक्लियर एनर्जी के बारे में भी बात की जाएगी। सितंबर में नरेंद्र मोदी अमेरिका रवाना होने वाले हैं। कैरी इस बारे में भी मोदी से चर्चा करेंगे।
USA
Secretary
of
State
@JohnKerry
meeting
PM
@narendramodi
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(@PMOIndia)
August
1,
2014
जॉर्ज
बुश
को
बता
दिया
जिम्मेदार
दिलचस्प
बात
है
कि
जब
जॉन
कैरी
से
मोदी
के
वीजा
विवाद
के
बारे
में
पूछा
गया
तो
उन्होंने
बराक
ओबामा
और
उनकी
सरकार
को
इसकी
वजह
मानने
से
साफ
इंकार
कर
दिया।
कैरी ने कहा कि अमेरिका की पिछली सरकार यानी जॉर्ज बुश को इस पूरे विवाद के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। कैरी ने कहा कि अमेरिका की पिछली सरकार की ओर से नरेंद्र मोदी पर बैन लगाया था।
ओबामा की सरकार तो नरेंद्र मोदी को वीजा देकर उनका स्वागत करने को तैयार है। वहीं जासूसी मुद्दे के बाद अमेरिका पहली बार बैकफुट पर नजर आ रहा है।
USA
Secretary
of
State
@JohnKerry
&
USA
Secretary
of
Commerce
@PennyPritzker
called
on
the
PM
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India
(@PMOIndia)
August
1,
2014
बैकफुट पर अमेरिका
गुरुवार को जिस समय कैरी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की तो सुषमा ने बेझिझक कैरी के सामने जासूसी विवाद उठाया और अमेरिका को दू टूक कहा कि भारत इस तरह की बातों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
गौरतलब है कि एनएसए के पूर्व अधिकारी एडवर्ड स्नोडेन ने खुलासा कर सनसनी फैला दी थी कि अमेरिकी सरकार ने खुफिया एजेंसी को बीजेपी नेताओं की जासूसी के लिए हरी झंडी दे दी है।
USA
Secretary
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State
@JohnKerry
calling
on
PM
@narendramodi
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August
1,
2014